पानीपत : मिड डे मील राशन बांटने वाली सरकारी एजेंसी हैफेड को अब पुस्तक
पहुंचाने का जिम्मा सौंपा गया है। तीसरी से आठवीं तक की पुस्तकों का गणना
रिपोर्ट प्रोफार्मा भी स्कूल इंचार्ज को सौंपेगी। एसएसए निदेशालय इसी
रिपोर्ट के आधार पर मुद्रक को भुगतान करेगा।
शिक्षा अधिकार अधिनियम लागू होने के बाद भी सरकारी शिक्षा बेहाल है। नए
शैक्षणिक सत्र 2013-14 के चार माह बीत जाने के बाद भी सरकारी स्कूलों में
तीसरी से आठवीं तक की पुस्तकें नहीं पहुंची है। पुस्तक छापने का टेंडर
मुंबई की एक मुद्रक कंपनी मेसर्स प्रिंटैक ग्राफिक्स को दिया गया। मुद्रक
ने हरियाणा शिक्षा बोर्ड कार्यालय को सूचित किया कि पुस्तक छपाई का कार्य
पूरा हो चुका है। सप्लाई में अब और देरी न हो इसके लिए ब्लॉक स्तर पर
पुस्तकें पहुंचाई जाएंगी। ब्लॉकों से पुस्तक उठाकर हैफेड सभी राजकीय
विद्यालयों में पुस्तक सप्लाई करेगी। बोर्ड मुख्यालय के अधिकारियों के
मुताबिक पुस्तक बांटने का कार्य 15 अगस्त तक पूरा कर लिया जाएगा।
स्कूल इंचार्ज भरेंगे प्रोफार्मा
हैफेड स्टाफ को सप्लाई के लिए पुस्तक उपलब्ध करवाते समय वास्तविक गणना
रिपोर्ट का प्रोफार्मा भी एसएसए कार्यालय से उपलब्ध करवाया जाएगा। स्कूल
इंचार्ज को पुस्तक सौंपने के बाद हस्ताक्षर करवा कर प्रोफार्मा दे देंगे।
प्रोफार्मे को भरने के बाद इंचार्ज इसे एसएसए कार्यालय में जमा कराएंगे।
रिपोर्ट संग्रह होने के बाद फर्म वाइज व विद्यालय क्रमांक के अनुसार
सूचियां तैयार कर इसे बोर्ड के जिला समन्वय केंद्र में भेजा जाएगा। निजी
मुद्रक को तभी भुगतान मिल सकेगा।
बीईईओ करेंगे काउंटर साइन
प्रोफार्मा में शैक्षणिक सत्र 2013-14 में एसएसए से उपलब्ध कराई गई
पुस्तकों के बारे में मांगी गई जानकारी देनी होगी। कक्षा, सेटों की कुल
संख्या, सेट में कम पुस्तक, डिफेक्टिव सेट, सेट रिसीव करने की तिथि तथा सेट
के वास्तविक नंबर का ब्यौरा देना होगा। एबीआरसी इसे वेरीफाई करेंगे। खंड
मौलिक शिक्षा अधिकारी काउंटर साइन कर मुहर लगाएंगे। प्रोफार्मे पर
प्राचार्य का हस्ताक्षर होगा। ..DJ
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