हिसार : हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ की जिला कोर कमेटी की बैठक जिला
प्रधान सुरेंद्र सैनी की अध्यक्षता में हुई। इसमें संघ के पदाधिकारियों ने
कहा कि शिक्षा विभाग द्वारा की जा रही रेशनलाइजेशन अव्यवहारिक है और इसे
किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाएगा। अध्यापक नेताओं ने कहा कि 13-14
जुलाई को जींद में संघ की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में शिक्षक व छात्र
विरोधी फैसलों के खिलाफ बड़े आदोलन का फैसला लिया जाएगा। प्राथमिक विभाग में
45 बच्चों पर एक पद दिया जा रहा है, जबकि शिक्षा अधिकार कानून के अनुसार
30 बच्चों पर एक अध्यापक होना चाहिए। अपर प्राइमरी में 50 बच्चों पर एक
सेक्शन और 100 बच्चों पर दो सेक्शन बनाए जा रहे है, जबकि शिक्षा अधिकार
कानून कहता है कि एक सेक्शन में 35 से अधिक बच्चे नहीं हो सकते। इसके अलावा
अंग्रेजी, गणित और हिदी के साप्ताहिक आठ पीरियड को घटाकर 6 और साईस,
सामाजिक, संस्कृत ड्राइंग के साप्ताहिक 6 पीरियड को घटाकर 5 पीरियड किया जा
रहा है। अध्यापकों का साप्ताहिक वर्क लोड भी 36 पीरियड से बढ़ाकर 44 किया
जा रहा है, जिससे अध्यापकों के हजारों पद सरप्लस हो जाएंगे। अध्यापक नेताओं
ने कहा कि यदि शिक्षा विभाग अध्यापक संघ द्वारा दिए गए सुझावों को शामिल
किए बिना रेशनलाइजेशन करता है तो इसे किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा।
सरकार एक तरफ प्रदेश को शिक्षा हब बनाने का दावा कर रही है, दूसरी तरफ अभी
तक स्कूलों में पुस्तके नहीं पहुंच पाई है। बैठक को गजे सिंह भ्याण,
रामकिशन पूनिया, सुमन गिल, जयबीर सिंह व वेदप्रकाश बूरा आदि ने संबोधित
किया। ..DJ
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