कुरुक्षेत्र : हरियाणा अतिथि अध्यापक संघ 10 जुलाई को रेशनलाइजेशन के
विरोध में प्रदेश के सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर धरना
प्रदर्शन देंगे तथा जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री के
नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा। उसमें मुख्यमंत्री से शिक्षा विभाग की ओर से की
जा रही रेशनलाइजेशन प्रक्रिया को तुरंत प्रभाव से बंद करने की मांग की
जाएगी। यह जानकारी हरियाणा अतिथि अध्यापक संघ के प्रदेश प्रवक्ता राजेश
शर्मा ने दी। उन्होंने बताया कि रेशनलाइजेशन की जो प्रक्रिया चलाई जा रही
है और शिक्षा के अधिकार, शिक्षा व शिक्षक तीनों के भविष्य के लिए घातक है।
इसके लिए बनाए गए मापदंड शिक्षा के अधिकार के बिल्कुल विपरित है। शिक्षा के
अधिकार के अनुशासन शिक्षक व छात्र अनुपात जहां 1:35 होना चाहिए था। शिक्षा
विभाग इस अनुपात को 1:51 बनाकर रेशनलाइजेशन कर रहा है। उससे अपने वाले
दिनों में सभी अतिथि अध्यापकों को अपने रोजगार से हाथ धोकर अपने घर बैठना
पड़ेगा, इसलिए अतिथि अध्यापक संघ इसका कड़े शब्दों में विरोध करता है।
उन्होंने बताया कि यदि शिक्षा विभाग ने रेशनलाइजेशन को तुरंत प्रभाव से बंद
नहीं किया, तो 22 जुलाई को प्रदेश के हजारों अतिथि अध्यापक पंचकूला के
शिक्षा सदन में धरना प्रदर्शन देंगे।
अतिथि अध्यापकों का प्रदर्शन आज
पिहोवा : सरकार की रेशनलाइजेशन नीति के विरोध में अतिथि अध्यापक संघ
बुधवार को तीन से पांच बजे तक जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी के कार्यालय पर
प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा। अतिथि अध्यापक संघ के
जिला प्रधान विरेद्र गढ़ी रोडान ने कहा कि सरकार रेशनलाइजेशन नीति का बहाना
बनाकर गेस्ट टीचरों क ो बाहर करना चाहती है जो किसी भी कीमत पर सहन नहीं
किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके बाद 22 जुलाई को हजारों गेस्ट टीचर इस
नीति के विरोध में पंचकूला मुख्यालय पर भी प्रदर्शन करेगे। ..DJ
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