कैथल : बच्चों के पांच-पांच हजार रुपए के चेक हड़पने वाले स्कूल हेड से शिक्षा विभाग रकम वसूली करके विभागीय कार्रवाई करेगा। जिला स्तरीय विज्ञान प्रोत्साहित प्रदर्शनी के लिए राज्य शिक्षण अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान की ओर से बच्चों को पांच-पांच हजार रुपए के चेक जारी किए गए थे। इसके बावजूद 50 स्कूलों ने प्रदर्शनी में हिस्सा नहीं लिया। राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय जाखौली अड्डा में आयोजित दो दिवसीय जिला स्तरीय विज्ञान प्रोत्साहित प्रदर्शनी में 101 स्कूलों के बच्चों ने ही हिस्सा लिया। शेष 50 स्कूलों के बच्चों ने प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं लिया। 40 स्कूल चेक मिलने के बाद दूसरे दिन भी प्रदर्शनी में शामिल नहीं हुए। इसके अलावा 10 स्कूलों को चेक ही नहीं मिले।
उधर, प्रदर्शनी में आए बच्चों ने बताया कि हमारे खाते में पांच-पांच हजार रुपए की रकम आई थी। स्कूल हेड ने यह कहकर रकम निकलवा ली कि इस राशि को जिला स्तरीय विज्ञान प्रोत्साहित प्रदर्शनी के लिए खर्च किया जाना है। लेकिन उन्हें इस बात का पता नहीं कि किस चीज पर खर्च किए गए हैं। टीचर ने उनसे आने-जाने का किराया भी वसूल कर लिया है। यहां तक कि खाने के पैसे भी लिए गए हैं। प्रदर्शनी में कुछ ऐसे भी बच्चे थे जिन्होंने कहा कि स्कूल साइंस टीचर ने अपने खर्चे पर ही मॉडल तैयार किए हैं और आने-जाने का खर्चा भी अपनी जेब से दिया है।
स्कूल हेड जिम्मेदार
"राज्य शिक्षण अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान ने प्रदर्शनी में हिस्सा लेने वाले बच्चों को पांच-पांच हजार रुपए के चैक जारी किए थे। इन पैसों में से आधे पैसे मॉडल आने-जाने के खर्चे में शामिल किए जाने थे। इसके अलावा शेष पैसे विद्यार्थी के थे। कुछ स्कूल चेक लेने के बावजूद भी प्रदर्शनी में शामिल नहीं हुए। ऐसे स्कूल हेड की रिपोर्ट मांगकर वसूली की जाएगी। इसके अलावा जिन बच्चों को पैसे नहीं मिले वे अगर शिकायत देते हैं तो उन साइंस टीचर्स स्कूल हेड के खिलाफ कार्रवाई होगी जो बच्चों के पैसे हड़प गए हैं।"-- डॉ.अशोक कुमार, डीईओ कैथल db
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