सोनीपत : हरियाणा शिक्षक पात्रता परीक्षा में शामिल किए गए पीजीटी कंप्यूटर साइंस में डिस्टेंस से एमएससी, एमसीए, बीई, बीटेक या आईटी करने वाले विद्यार्थियों को झटका लगा है। उन्हें आवेदन करने की अनुमति नहीं दी गई है।
आवेदकों का आरोप है कि बोर्ड शिक्षा विभाग के निर्देशों की सीधे तौर पर अवहेलना कर रहा है। इस संदर्भ में सरकार की ओर से एक पत्र संख्या 42/178/ 2008 5जीएस 1 जारी कर सभी विभागाध्यक्षों को हिदायत दी गई थी कि डिस्टेंस की योग्यता वाले आवेदकों पर भी विचार किया जाए, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। बोर्ड ने पीजीटी कंप्यूटर साइंस के एचटेट के लिए आवेदन करने वालों के समक्ष नियमित पढ़ाई की शर्त लगाई है। जिससे डिस्टेंस से पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों में रोष है। सरकार के इस निर्णय के विरोध में विद्यार्थियों ने अब कोर्ट का दरवाजा खटखटाने का मन बनाया है।
विद्यार्थियों का है ये सवाल
अगर यूनिवर्सिटी दूरस्थ शिक्षा का कोर्स नहीं कराएंगी तो विद्यार्थी नियमित ही ये कोर्स कर सकेंगे। अब अगर डिस्टेंस में सरकार ये कोर्स करा रही है तो डिस्टेंस कोर्स करने वाले को तरह ही हर जगह मान्यता देनी चाहिए।
बोर्ड के मुताबिक आवेदन के लिए शर्त
पीजीटी कंप्यूटर साइंस के लिए नियमित रूप से दो वर्षीय एमएससी कंप्यूटर साइंस, तीन वर्षीय नियमित एमसीए कोर्स, नियमित रूप से बीई, बीटेक कंप्यूटर साइंस में न्यूनतम 55 प्रतिशत अंकों का होना जरूरी है।
डिग्री किस काम की :
डिस्टेंस से कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों में हैरानी है कि जब पात्रता परीक्षा में दूरस्थ शिक्षा को शामिल किया ही नहीं जाना है तो उनके लिए हासिल की गई डिग्री का कोई महत्व नहीं। डिग्री शिक्षक बनने के लिए हासिल की थी, लेकिन शिक्षक बनने के लिए अनिवार्य पात्रता परीक्षा में आवेदन स्वीकार ही नहीं होना यकीनन पीड़ा को बढ़ाने वाली है। db
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