चंडीगढ़ : शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने कहा कि जिन शिक्षकों के नाम स्टेट अवार्ड के लिए आएंगे उनका राज्य स्तरीय कमेटी द्वारा औपचारिक क्लास-रूम शिक्षण मूल्यांकन भी किया जाएगा। यही नहीं एससीईआरटी गुरुग्राम द्वारा इन शिक्षकों द्वारा पढ़ाए गए बच्चों के सीखने के स्तर का मूल्यांकन भी करवाया जा सकता है।
पारदर्शी प्रणाली
शिक्षा मंत्री ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा आगामी 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के अवसर पर दिए जाने वाले स्टेट अवार्ड के लिए पारदर्शी प्रणाली अपनाई जाएगी। उन्होंने बताया कि स्कूल शिक्षा निदेशालय द्वारा वर्ष 2015 के लिए जो अवार्ड दिए जाएंगे वे पूरी तरह से मैरिट के आधार पर होंगे। इसमें शिक्षक की शैक्षणिक क्षमता, व्यक्तिगत उपलब्धियां, समुदाय के सामाजिक जीवन में भागीदारी, विद्यार्थियों की शैक्षिक और सह-पाठय़क्रम उपलब्धियांे का मूल्यांकन किया जाएगा। स्कूल शिक्षा निदेशालय द्वारा तय किए गए मापदंड के आधार पर सूची तैयार करके जिला स्तरीय कमेटी को 25 जुलाई 2016 तक पंचकूला स्थित निदेशालय को अवार्ड के लिए अपनी अनुशंसा भेजनी होगी।
शिक्षामंत्री शर्मा ने बताया कि इस बार शिक्षकों को अलग-अलग कैटेगरी के तहत अवार्ड दिए जाएंगे। प्रथम कक्षा से लेकर पांचवी कक्षा तक पढ़ाने वाले शिक्षकों को ‘प्राइमरी स्कूल शिक्षक’ कैटेगरी में और छठी कक्षा से लेकर 12वीं कक्षा तक पढ़ाने वाले शिक्षकों की सेकेंडरी स्कूल शिक्षक’ कैटेगरी होगी। इनके अलावा प्रधानाचार्य, मुख्याध्यापक तथा पीजीटी के लिए अलग कैटेगरी होगी। उन्होंने बताया कि प्रधानाचार्य,मुख्याध्यापक तथा पीजीटी के लिए जो जिला स्तरीय स्क्रीनिंग कमेटी बनाई गई है। hb
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