नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय ने इस सत्र से पांच वर्षीय एकीकृत
पत्रकारिता के कोर्स को शुरू करने की घोषणा कर दी है। इसके लिए ऑनलाइन
आवेदन की प्रक्रिया 23 अगस्त से शुरू हो जाएगी। इसके तहत इस एकीकृत कोर्स
में एडमिशन पाने वाले 12वीं उत्तीर्ण विद्यार्थी सीधे पांच साल बाद
पत्रकारिता में परास्नातक की डिग्री पा सकेंगे। कोर्स में ऐसे
विद्यार्थियों के लिए भी व्यवस्था की गयी है, जो एडमिशन लेने के तीन साल
बाद किसी कारणवश इसे छोड़ना चाहेंगे। ऐसी स्थिति में ऐसे विद्यार्थियों को
स्नातक की डिग्री ही हासिल होगी। एडमिशन के लिए चयन का आधार प्रवेश परीक्षा
के आधार पर होगा। स्कूल ऑफ जर्नलिज्म की विशेष कार्य अधिकारी एम मनस्विनी
योगी ने बताया कि यह कोर्स हंिदूी और अंग्रेजी दोनों माध्यमों के लिए
होगा। इस प्रोग्राम के तहत चार विदेशी भाषा फ्रेंच, स्पैनिश, चाइनीज व
अरेबिक व क्षेत्रीय भाषा तमिल और बंगाली भी पढ़ाई जायेगी। विद्यार्थियों को
दोनों समूहों में से एक-एक भाषा का चयन करना होगा। पूरे कोर्स में कुल 10
सेमेस्टर होंगे। यह पूरा पाठ्यक्रम स्ववित्तपोषित होगा। इसमें 28 कोर विषय
होंगे। इस कोर्स को इस तरह से डिजाइन किया गया है जिसमें 50 फीसद क्लासरूम
लेक्चर तथा 50 फीसद असाइनमेंट व प्रोजेक्ट होगा।
दाखिला के लिए योग्यता:
यदि विद्यार्थी इस कोर्स में दाखिला लेना चाहता है तो उसके लिए उसे
राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित परीक्षा देनी होगी। 12वीं में 50 फीसद अंक पाने
वाला छात्र इसके लिए आवेदन कर सकता है। प्रवेश परीक्षा में सामान्य ज्ञान,
सम सामयिक जानकारी सहित 12वीं स्तर के प्रश्न पूछे जायेंगे। यहां पर आरक्षण
व अन्य सुविधा डीयू के नियमानुसार ही लागू होंगे। 1यदि छात्र पांच वर्षीय
एकीकृत कोर्स में तीन साल में स्नातक कर बाहर निकलना चाहता है तो वह स्नातक
की डिग्री लेकर बाहर जा सकता है। यदि सीटें खाली बचती हैं तो मास्टर आफ
जर्नलिज्म के लिए फिर प्रवेश परीक्षा के आधार पर ही वह एडमिशन ले सकता है।
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