हिसार : हरियाणाप्रवास के दौरान अमित शाह से
2019 के लिए मिले ग्रीन सिग्नल से मुख्यमंत्री मनोहर लाल अब कर्मचारियों और
कार्यकर्ताओं से सख्त लहजे में नजर रहे हैं। हिसार में रविवार को खुले
दरबार में ट्रांसफर पॉलीसी में बदलाव की मांग लेकर पहुंचे शिक्षकों को सीएम
ने दो टूक जवाब दिया- उन्होंने कहा कि एक स्कूल में सालों बैठकर मौज बहुत
हुई, ट्रांसफर पॉलिसी में परिवर्तन नहीं होगा। मेवात हो या दूसरा जिला जहां
भी ट्रांसफर हुआ है वहीं पढ़ाना होगा। वहीं, उन्होंने कार्यकर्ताओं से भी
तल्ख लहजे में कहा कि मुझे खुश करने की कोशिश करें। सरकार की योजनाएं जनता
तक पहुंचाएं। हिसार प्रवास के दूसरे दिन पंचायत भवन में लगे जनता दरबार में
शिक्षक तबादले रुकवाने को पहुंचे थे। मुख्यमंत्री ने जवाब दिया कि आप
प्रदेश में शिक्षक लगे हैं, कि किसी जिले में जहां सरकार आपको भेजेगी वहीं
पढ़ाना होगा। अगर पॉलिसी के तहत कोई गड़बड़ी किसी ने की है तो कार्रवाई
होगी लेकिन पॉलिसी के तहत हुए ट्रांसफर मानने होंगे।
सीएम दरबार में 62
शिकायतें ट्रांसफर पॉलिसी से संबंधित थी। शुरुआत में तो अधिकांश शिक्षकों
की ट्रांसफर पॉलिसी की समस्या सुनी। इसके बाद सीएम ने कहा दिया कि इस पर
मेरा एक ही जवाब है। इस दौरान सिवानी में तैनात शिक्षक सुरेश कुमार ने भी
सीएम के सामने मांग की कि उसकी पत्नी वह दोनों शिक्षक हैं और उनकी बेटी
दिव्यांग है। उन्होंने दोनों की कपल केस के अनुसार नजदीक नियुक्ति की मांग
की। सीएम ने उनकी बात सुनी और उसकी मांग पर संज्ञान की लेने का आश्वासन
दिया।
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