चंडीगढ़ : सरकारी और सहायता प्राप्त शैक्षिक, तकनीकी और व्यावसायिक
संस्थानों में दाखिले में सशस्त्र बलों के कर्मियों के बच्चों को आरक्षण
मिलेगा। शहीद जवानों की विधवाओं और बच्चों को पहली प्राथमिकता दी जाएगी।
सामान्य प्रशासन विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। सैन्य
कार्रवाई में अपंग हुए या सेवा से निकले कर्मियों के बच्चे दूसरी
प्राथमिकता होंगे। सेवा के दौरान मृत्यु को प्राप्त हुए जवानों की
विधवाओं/बच्चों को तृतीय और सैन्य सेवा के कारण विकलांग हुए कर्मियों के
बच्चों को चौथे नंबर पर रखा गया है। परमवीर चक्र, अशोक चक्र, सवरेत्तम
युद्ध सेवा मेडल, महावीर चक्र, कीर्ति चक्र, उत्तम युद्ध सेवा मेडल, वीर
चक्र, शौर्य चक्र, युद्ध सेवा मेडल, सेना, नौ सेना और वायु सेना मेडल और
मेंशन-इन-डिस्पैच्स वाले पूर्व सैनिकों के बच्चों को पांचवीं प्राथमिकता दी
जाएगी। इसके अलावा भूतपूर्व सैनिकों के बच्चों को छठी और अंतिम प्राथमिकता
दी जाएगी।
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