** बाल संरक्षण आयोग ने सभी निजी व सरकारी स्कूलों को जारी किए
निर्देश
** असामान्य व्यवहार वाले बच्चों की निगरानी और काउंसलिंग
करने के निर्देश
चंडीगढ़ : पूरी दुनिया में दहशत का पर्याय बने ऑनलाइन खेल ब्ल्यू व्हेल
चैलेंजर के जाल में हरियाणा के बच्चों के फंसने का खतरा भी मंडराने लगा है।
मामले की संवेदनशीलता को देख हरियाणा बाल संरक्षण आयोग (एचसीपीसी) ने सभी
निजी व सरकारी स्कूलों को विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश देते हुए
एडवाइजरी जारी की है। साथ ही ऐसे विद्यार्थियों पर कड़ी निगरानी रखने के
लिए कहा है जो असामान्य व्यवहार कर रहे हैं।
आयोग की चेयरपर्सन ज्योति
बैंदा द्वारा जारी 17 सूत्री एडवाइजरी में सभी स्कूलों के प्रबंधन को
पांचवीं से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को शिक्षित करने और ब्ल्यू
व्हेल चैलेंज के नकारात्मक प्रभाव के संबंध में जागरूक करने को कहा गया है।
आयोग ने एडवाइजरी की एक प्रति अभिभावकों को भी भेजने के निर्देश दिए
हैं।
प्राइमरी व सेकेंडरी स्कूल शिक्षा निदेशकों को भेजे परिपत्र में
ज्योति बैंदी ने इस एडवाइजरी को गंभीरता से लागू कराने को कहा है। साथ ही
जिला शिक्षा अधिकारियों को फीडबैक लेने और रिकॉर्ड कायम करने के लिए दैनिक
आधार पर स्कूलों में औचक निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं।
आयोग ने
स्कूलों में डिजिटल सर्विलांस सिस्टम लगाने, फिल्टर व फायरवाल स्थापित
करने, साफ्टवेयर मैकेनिज्म की निगरानी करने और इंटरनेट के प्रयोग को
प्रभावी बनाने जैसे प्रतिरोधात्मक उपाय करने का सुझाव दिया है।
कई बच्चों की जान ले चुका यह खेल
इस ऑनलाइन गेम में एडमिस्ट्रेटर द्वारा 50
दिन की अवधि के लिए प्लेयर को कई टास्क दिए जाते हैं और अंतिम चुनौती के
रूप में उसे आत्महत्या करनी होती है। प्लेयर को गेम के विभिन्न लेवल पूरे
करने के बाद फोटो शेयर करने को कहा जाता है। यह गेम अब तक कई बच्चों की जान
ले चुका है।
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