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Saturday, 12 August 2017

कॉन्वेंट से मुकाबला करेंगे सरकारी स्कूलों के छात्र

** क्विज बैंक तैयार, दस हजार सवालों के मिलेंगे जवाब
** निजी संस्थाओं के सहयोग से सुधरेगा बुनियादी ढांचा
चंडीगढ़ : प्रतियोगी परीक्षाओं में सरकारी स्कूलों के बच्चे अब कॉन्वेंट स्कूलों के विद्यार्थियों से मुकाबला करते दिखेंगे। मशहूर टीवी शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ के प्रोड्यूसर सिद्धार्थ बसु और कई दूसरी नामी संस्थाओं के सहयोग से शिक्षा विभाग ने क्विज बैंक बनाया है। इसमें तीसरी से दसवीं कक्षा तक के विद्यार्थी दस हजार सवालों के जवाब हासिल कर सकेंगे। 
स्वतंत्रता दिवस से ठीक एक दिन पहले सोमवार को इसे लांच कर दिया जाएगा, जिसके बाद विद्यार्थी इसका लाभ उठा सकेंगे। क्विज बैंक को बनाने में शिक्षा विभाग के करीब 100 लोगों की टीम ने छह महीने का समय लिया। अब हर शनिवार को सरकारी स्कूलों में क्विज होगी जिसमें कक्षा अध्यापक भी प्रतियोगी के तौर पर हिस्सा लेंगे। उन्हें क्विज ट्रेनर के तौर पर ट्रेनिंग दी जा रही है। राज्य स्तरीय क्विज कॉन्टेस्ट में हिस्सा लेने वाले विद्यार्थियों की वीडियो रिकॉडिर्ंग कर इन्हें स्कूलों में दिखाया जाएगा। स्कूल शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास ने बताया कि कॉरपोरेट संस्थाओं के साथ मिलकर सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों का कौशल विकास करने की तैयारी है। कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी कार्यक्रम (सीएसआर) के तहत संस्थाएं अपने खर्चे पर सरकारी स्कूलों में स्किल डेवलपमेंट से लेकर बुनियादी सुविधाएं जैसे साइंस लैब, खेलों का सामान, पीने का शुद्ध पानी (आरओ), कोचिंग क्लास और दूसरे प्रोजेक्ट निर्माण में मदद करेंगी। फिलहाल भारती फांउडेशन और श्रीराम फाउंडेशन जैसी 29 संस्थाएं शिक्षा विभाग के साथ मिलकर कार्य कर रही हैं। कई अन्य संस्थाओं ने भी सरकारी स्कूलों में अपने अनुभव का योगदान देने की इच्छा जताई है। 
..तो बच्चे अंग्रेजी में करेंगे बात : 
सरकारी स्कूलों में पहली से पांचवी कक्षा तक के बच्चे भी कानवेंट स्कूलों की तरह बातचीत में अंग्रेजी का प्रयोग अधिक करते दिखेंगे। विभाग की योजना है कि हर कक्षा में सभी बच्चों को न्यूनतम अंग्रेजी के दो सौ वाक्य सिखाए जाएं। इस तरह पांचवी कक्षा तक सरकारी स्कूल का बच्चा करीब एक हजार अंग्रेजी के वाक्य बोलना सीख जाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य बच्चों को इंग्लिश बोलचाल में उत्कृष्ट बनाने के साथ उनका अंग्रेजी शब्द ज्ञान (वॉकेबलरी) बढ़ाना है।

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