गुडग़ांव : डिप्लोमा इन एजुकेशन की 418 रिक्त सीटों के लिए आठवीं काउंसलिंग स्टेट काउंसिल फॉर एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एससीईआरटी) होगी। यह उन स्टूडेंट्सस के लिए अच्छी बात होगी जिनकी प्रतिशतता 50 प्रतिशत है। एससीईआरटी द्वारा काउंसलिंग को करवाने के लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। विशेषज्ञों को उम्मीद है कि आठवीं काउंसलिंग में सीटें भर ली जाएंगी।
418 में जनरल कैटेगरी की अधिक सीटें
418 रिक्त सीटों में जनरल कैटेगरी की लगभग 200 सीटें रिक्त हैं। अन्य सीटें अन्य श्रेणी की है। आट्र्स संकाय में सीटें भरने के लिए काउंसलिंग की जाएगी। यदि कोई स्टूडेंट् कामर्स या साइंस संकाय का आता है तो उसे भी काउंसलिंग का हिस्सा माना जाएगा। डीएड संयोजक अशोक यादव कहते है कि 8वीं काउंसलिंग के लिए सभी तैयारियां शुरू कर दी है। उम्मीद है कि 8वीं काउंसलिंग में सीटें भर ली गई हैं। काउंसलिंग के दौरान स्टूडेंट्स को ओरिजनल सर्टिफिकेट्स व दो फोटोग्राफ लानी होगी।
क्वालिटी पर दिखेगा असर
डीएड की काउंसलिंग को ऑनलाइन किए जाने की वजह से स्टूडेंट्स की क्वालिटी पर असर दिखाई देगा। विशेषज्ञ अजा सिंह नेहरा का कहना है कि मैनुअली काउंसलिंग के दौरान 70 प्रतिशत से अधिक वाले स्टूडेंट्स के साथ ही सीटें भर ली जाती थी। लेकिन इस साल काउंसलिंग को ऑनलाइन करने से अच्छे अंक पाने वाले स्टूडेंट्स को बेहद नुकसान हुआ है जबकि कम आने वाले स्टूडेंट्स इसका लाभ उठा ले गए हैं। विभाग को चाहिए था कि जो स्टूडेंट्स पहली काउंसलिंग में किसी न किसी कारण से दाखिले से वंचित रह गए थे उन्हें भी काउंसलिंग का हिस्सा बनने का मौका देना चाहिए था। वह कहते हैं कि जिस तरह से इस साल काउंसलिंग को ऑनलाइन किए जाने से प्रतिशतता में गिरावट आई है उसे देखते हुए विभाग को अगले साल इसे मैनुअली ही करवाना चाहिए ताकि अच्छे अंक लाने वाले स्टूडेंट्स पीछे न रह जाएं। db
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