पंचकूला : सेक्टर-5 स्थित धरना स्थल पर तीन दिनों से आमरण अनशन पर बैठे पांच कंप्यूटर लैब सहायकों की बुधवार को तबीयत खराब हो गई। इनमें तीन कर्मचारी गुड़गांव और दो अंबाला के हैं। उन्हें पंचकूला सेक्टर-6 स्थित जनरल अस्पताल में दाखिल करवाया गया। इनमें गुड़गांव की सुषमा की तबीयत ज्यादा खराब है। डॉक्टरों का कहना है कि बिना खाये पीये रहने की वजह से ज्यादा कमजोरी हुई है। बाकी कर्मचारियों में भी कमजोरी की शिकायत है। उन्हें ग्लूकोज चढ़ाया जा रहा है।
संघ के महासचिव लखविंदर ने बताया कि छह माह से कर्मियों को तनख्वाह नहीं मिली है। सभी लैब सहायक पिछले पांच साल से सरकार द्वारा चयनित कंपनियों के माध्यम से सरकारी स्कूलों में कार्यरत हैं। कंपनियों द्वारा लैब सहायकों को 117 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से वेतन दिया जाता है। एक तरफ प्रदेश सरकार दावा करती है कि हरियाणा में प्रति व्यक्ति आय पूरे देश में सबसे अधिक है, लेकिन कंप्यूटर लैब सहायकों को एक मजदूर के भी कम वेतन दिया जा रहा है। इसलिए जब तक मांगें पूरी नहीं हो जाती, आमरण अनशन जारी रहेगा।
वर्ष 2011 में कंपनियाें द्वारा नियुक्त 2622 लैब सहायकों को विभाग में समायोजित कर लिया गया है, जबकि उनसे पहले लगे 713 लैब सहायकों को शिक्षा विभाग में समायोजित नहीं किया गया है।
लैब सहायकों का आरोप है कि आमरण अनशन पर बैठे कर्मचारियों को जिला प्रशासन की ओर किसी तरह की मदद नहीं दी जा रही है। au
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