जींद : हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ संबद्ध सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा ने अव्यवहारिक रेशनेलाइजेशन के विरोध में गुरुवार को अलेवा पिल्लूखेड़ा खंड शिक्षा अधिकारियों के कार्यालयों पर प्रदर्शन कर खंड शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से शिक्षामंत्री हरियाणा को ज्ञापन सौंपे।
राज्य कमेटी के निर्णय अनुसार पूरे प्रदेश में 15 16 जनवरी को खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालयों पर अध्यापक संघ विरोध प्रदर्शन कर रहा है। शुक्रवार को नरवाना, उचाना, सफीदों, जुलाना जींद खंडों पर विरोध प्रदर्शन कर ज्ञापन दिए जाएंगे।
जिला सचिव वेदपाल रिढाल ने कहा कि सरकार का उद्देश्य रेशनेलाइजेशन करना नहीं अपितु अध्यापकों के पद समाप्त करना है। सरकार प्रचार कर रही है कि प्राथमिक स्तर पर 20 बच्चे पर एक अध्यापक दिया जा रहा है, जबकि हकीकत ये है कि 200 बच्चों तक केवल 4 जेबीटी एक मुख्य शिक्षक दिया जा रहा है। जो शिक्षा अधिकार कानून आरटीई के भी खिलाफ है।
मुख्य शिक्षक का पद है प्रशासनिक : चांदबहादुर
जिला प्रधान चांदबहादुर ने कहा कि अध्यापक संघ मांग करता है कि आरटीई के अनुसार 30 बच्चों पर एक अध्यापक की व्यवस्था हो मुख्य शिक्षक का पद प्रशासनिक हो। उस पर कक्षा का भार हो, नर्सरी कक्षा की संख्या भी शामिल की जाएं। जहां कम छात्रसंख्या हैं। वहां भी कम से कम हर कक्षा को एक टीचर उपलब्ध हो। इसी प्रकार उच्च कक्षाओं मे भी हर विषय का अलग अलग टीचर हो। सेक्शन 35 बच्चों से अधिक का हो। जिला प्रेस प्रवक्ता भूप सिंह वर्मा ने सभी अध्यापकों से अपील की है कि सभी अध्यापक एकजुट होकर शिक्षा विरोधी नीतियों का मुकाबला करें जनशिक्षा के वर्तमान ढांचे को मुनाफाखोरों से बचाने में सहयोग करें। db
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