सोनीपत : विद्यार्थियों से लेकर स्कूलों के आंकड़ों में हेरा फेरी को लेकर अक्सर स्कूल मुखिया विभाग के निशाने पर रहते हैं, लेकिन भविष्य में ऐसा होने की संभावना कम हो जाएगी। क्योंकि विभाग अब कागजी कार्रवाई के बजाए हाइटेक अंदाज में आंकड़ा संग्रह के लिए जुट गया है। शिक्षा विभाग के निदेशक की ओर से सभी बीईओ और बीईईओ को निर्देश दिए कि वे स्कूलों के रिकार्ड को कंप्यूटराइज करवा रिपोर्ट भेजें।
विभागीय जानकारी के मुताबिक शिक्षा निदेशालय ने इस संबंध में प्रदेश के सभी खंड जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेजकर स्कूल के रिकार्ड को कंप्यूटराइज्ड करने की दिशा में डाटा को कंप्यूटर में फीडिंग करवाने के पश्चात जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में जमा करवाने के निर्देश जारी किए गए हैं।
यह समस्या रही है गंभीर :
शिक्षा अधिकारी द्वारा स्कूलों में वास्तविक छात्र संख्या, स्कूल के विभिन्न प्रकार के फंड के अलावा विभिन्न शैक्षणिक गतिविधियों के रिपोर्ट में काट-छांट, हेराफेरी मिलती रही है। वहीं कुछ स्कूल मुखियाओं द्वारा विभाग द्वारा जानकारी मांगे पर आधी-अधूरी जानकारी देते है। इन सब के कारण शिक्षा निदेशालय ने प्रदेश की सभी स्कूलों के रिकार्ड को कंप्यूटराइज्ड किए जाने का निर्णय लेते हुए डाटा फीडिंग करने का निश्चय किया है।
इस प्रकार हो रहा संग्रह
विभाग द्वारा एक परफॉर्मा स्कूलों में भेजा गया है, स्कूल मुखियाओं द्वारा प्रफोर्मा को भरकर कार्यालय में जमा करवाना होगा।
ये जानकारी भी देनी होगी :
शिक्षा निदेशालय के पत्र के अनुसार स्कूल में छात्र-छात्राओं की संख्या, अध्यापकों की विषय मुताबिक संख्या, छात्रवृति की जानकारी, परीक्षा परिणाम की स्थिति, स्कूल के शिक्षा का स्तर, स्कूल में शौचालयों की संख्या, विद्यालय में भवन संख्या के अलावा प्रयोगशाला के संबंध में रिकार्ड सूचीबद्ध करके कंप्यूटराइज्ड डाटा फीडिंग करवाना होगा। db
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