** हर विषय में अंकों के प्रतिशत के कई कॉलम बने
** विद्यार्थियों का तैयार किया जाएगा रिपोर्ट कार्ड
फतेहाबाद : निजी स्कूलों की तर्ज पर अब सरकारी स्कूलों में भी मासिक परीक्षा (मंथली टेस्ट) होंगे। शिक्षा में गुणवत्ता लाने के मकसद से स्कूलों में पहली से आठवीं कक्षा तक मासिक परीक्षाएं लेकर विद्यार्थियों का सतत मूल्यांकन किया जाएगा। यह मूल्यांकन अध्यापकों की कार्यप्रणाली को भी स्पष्ट करेगा। इस सिस्टम के तहत हर महीने टेस्ट के परिणाम को हर कक्षा के हर विषय के हिसाब से अंकों को कई वर्गों में बांटा जाएगा। जिससे मध्यम, बेहतर परिणाम और कम अंक लेने वाले विद्यार्थियों का रिपोर्ट कार्ड तैयार किया जाएगा। टेस्ट 100 नंबर का होगा।
प्रश्न पत्र टीचर बनाएंगे, अधिकारी करेंेगे मूल्यांकन
वहीं छठी से आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों के जनवरी फरवरी महीने में प्रस्तावित टेस्ट के लिए प्रश्न पत्र अध्यापकों को ही तैयार करने होंगे। मार्च 2015 में होने वाली परीक्षा को लेकर पहली से आठवीं कक्षा के लिए प्रश्न पत्र विभाग की ओर से सिलेबस के हिसाब से तैयार कर भेजे जाएंगे। इस सिस्टम में यह भी तय किया गया है कि समय-समय पर विभाग के अधिकारियों की ओर से मूल्यांकन रिपोर्ट का निरीक्षण भी किया जाएगा। इसमें रिपोर्ट कार्ड उत्तर पुस्तिकाएं चेक की जाएंगी। इन दोनों में यदि अंकों को लेकर कोई अंतर मिला तो उसके लिए अध्यापक ही जिम्मेदार होंगे। उसके बाद उनपर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। विभाग के मुताबिक पिछले कुछ परीक्षा परिणाम देखने को मिला कि नॉन बोर्ड बोर्ड के परीक्षा परिणाम में काफी अंतर होता है। पिछले दिनों देखने में आया कि कुछ जिलों में सभी सरकारी स्कूलों का नौंवीं कक्षा के परीक्षा परिणाम 100 प्रतशित दिखाया गया था, लेकिन अगले साल जब दसवीं की परीक्षा हुई। परिणाम जारी हुआ तो वह एवरेज 30 से 50 प्रतिशत के बीच ही निकली।
इस माह होंगे टेस्ट
इसे लेकर हरियाणा स्कूली शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव टीसी गुप्ता की ओर से सभी शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेजकर मासिक टेस्ट जनवरी महीने से लेने शुरू करने के निर्देश दे दिए हैं। यह टेस्ट पहली से आठवीं कक्षा तक के लिए जाएंगे। पहली से पांचवीं, छठी से आठवीं कक्षा के मंथली टेस्ट को लेकर प्रश्न पत्र तैयार करने के लिए अलग-अलग सिस्टम बनाया गया है। टेस्ट की तारीख जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी अपने स्तर पर तय कर बीईईओ के जरिए स्कूलों तक भेजेंगे। टेस्ट के बाद रिजल्ट को पूरी तरह से मैंटेन किया जाएगा अध्यापक अपनी कक्षा विषय के हिसाब से रिजल्ट बनाएंगे।
रिपोर्ट कार्ड में ऐसे दिए जाएंगे अंक
0 से 33 अंक तक
34 से 50 अंक
51 से 75अंक
76 से 90 अंक
91 से 100 अंक
मासिक परीक्षा से शिक्षा में गुणवत्ता आएगी: डीईईओ
"शिक्षा में गुणवत्ता लाने के मकसद से यह मासिक परीक्षाएं शुरू की जा रही है। इसे लेकर तैयारियां चल रही है। हर माह परीक्षा के बाद परिणाम आएगा तो उससे विद्यार्थी की क्षमता पता चल जाएगा। जिसमें सुधार लाया जा सकेगा। वहीं अध्यापकों की प्रतिभा भी पता चल जाएगी कि वह कक्षाओं में किस तरह से पढ़ा रहे हैं।''--यज्ञदत्तवर्मा, डीईईअो,फतेहाबाद।
पहला प्रश्न पत्र विभाग जारी करेगा
जनवरी महीने में होने वाले पहले टेस्ट को लेकर प्रश्न पत्र विभाग की ओर से तैयार कर भेजा जाएगा। विभाग की ओर से पहली से पांचवीं कक्षा का प्रश्न पत्र तैयार किया जाएगा। अगले महीने यानिकी फरवरी महीने में होने वाले टेस्ट के लिए प्रश्न पत्र अध्यापकों को मुख्याध्यापक की मंजूरी से अपने स्तर पर तैयार करना होगा। db
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