चंडीगढ़ : सरकार खेलों को बढ़ावा देने में तो जुटी है पर राज्य के सरकारी कालेजों में पिछले चार सालों से शारीरिक शिक्षा विषय बंद पड़ा है। कालेजों में यह विषय नहीं पढ़ाए जाने से जहां उस तरह के नए खिलाड़ी सामने आ रहे हैं, जैसे आने चाहिए, वहीं इस विषय के शिक्षकों की उपयोगिता तथा जरूरत पर भी सवाल खड़े हो गए हैं।
हरियाणा सरकार खेलों को स्कूल व कालेज स्तर पर बढ़ावा देने को लेकर प्रतिबद्ध है। खेल मंत्री व शिक्षा मंत्री योग गुरु बाबा रामदेव की सलाह पर पाठ्यक्रमों में बदलाव को राजी दिखाई दे रहे हैं पर कालेजों में शारीरिक शिक्षा का पाठ्यक्रम बंद होने की वजह समझ से परे है। शारीरिक शिक्षा में स्वास्थ्य शिक्षा, शरीर रचना, शरीर क्रिया, संतुलित आहार, खेल चोटें, प्राथमिक उपचार, रोग फैलने के कारण व बचाव, खेल गतिविधि, जागरूकता, मनोविज्ञान, खेल प्रबंधन, योगासन, जिमनास्टिक, मनोरजंन एवं रचनात्मक गतिविधियां शामिल हैं। हरियाणा विवि शारीरिक संघ के अध्यक्ष डॉ. रामबीर, शक्ति सिंह, रामेहर सिंह, सुखबीर दुहन तथा भारतीय कबड्डी टीम के मुख्य चयनकर्ता अजरुन अवार्डी असन कुमार ने प्रदेश सरकार से शारीरिक शिक्षा विषय को कालेजों में शीघ्र शुरू करवाने की मांग की है। विषय को दिल्ली, राजस्थान, महाराष्ट्र व तमिलनाडु की तरह प्रदेश के सभी स्कूलों व कालेजों में अनिवार्य विषय के रूप में लागू किया जाए। dj
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.