भिवानी : जनवरी माह में सरकारी स्कूलों के अध्यापकों का रेशनेलाइजेशन के तहत तबादला किए जाने का विरोध शुरू हो गया है। राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ की बैठक में इस नीति के विरोध में आंदोलन चलाने की चेतावनी दी गई है। नेहरू पार्क में हुई संघ की बैठक में जिला प्रधान जंगबीर कासनिया ने कहा कि रेशनेलाइजेशन की नीति इस समय अव्यवहारिक है, क्योंकि फरवरी में बच्चों की परीक्षाएं होनी हैं। विभाग ने 31 जुलाई 2014 में छात्र संख्या के आधार पर अगस्त माह में रेशनेलाइजेशन कर दिया था। इस समय रेशनेलाइजेशन होने से छात्रों की पढ़ाई पर बुरा असर पड़ेगा। खंड प्रधान अशोक चाहर ने कहा कि इस समय जेबीटी शिक्षकों का रेशनेलाइजेशन आरटीई के विरुद्ध है। प्राथमिक स्कूलों में 151 छात्रों पर मुख्य शिक्षक का पद स्वीकृत है, जबकि प्रदेश भर में 2700 प्राइमरी स्कूल बिना हेड टीचर के हैं। संघ के उपप्रधान बलवान शर्मा ने कहा कि अव्यवहारिक रेशनेलाइजेशन नीति का शिक्षक विरोध करेंगे और आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी। db
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.