हिसार : एकस्कूल में पांच साल से अधिक समय से पढ़ा रहे शिक्षकों को अब दस किलोमीटर दूर जाना पड़ेगा। स्थानांतरण के लिए शिक्षा विभाग ने सभी शिक्षकों का डाटा मैनेजमेंट इंफॉरमेशन सिस्टम (एमआईएस) के तहत ऑन लाइन करने की प्रक्रिया पूरी कर दी है। निदेशालय द्वारा पॉलिसी को अमलीजामा पहनाने के लिए शिक्षकों के डाटा की जिला खंड स्तर पर भी जांच पुरी करवा ली है। जांच रिपोर्ट शनिवार को निदेशालय में हुई बैठक में निदेशक को सौंपी जा चुकी है। अब जल्द ही शिक्षकों के ट्रांसफर के आदेश जारी होंगे।
निदेशक सेकेंडरी एजुकेशन हरियाणा के अनुसार विभाग ने शिक्षकों के स्थानांतरण के लिए नई ट्रांसफर पॉलिसी बनाई है इसमें शिक्षकों को अब हर पांच साल बाद स्थानांतरित किया जाएगा। उनका स्थानांतरण जोन क्षेत्र के अंदर करने को प्राथमिकता दी गई है। लेकिन उसके लिए भी किलोमीटर का दायरा निर्धारित किया जाएगा। यानि एक बार ट्रांसफर हुआ तो शिक्षक को 10 किलोमीटर से दूर ही भेजा जाएगा। इस योजना के तहत अब शहरों के राजकीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों को ग्रामीण क्षेत्रों में भेजा जाएगा और ग्रामीण क्षेत्रों में तैनात शिक्षकों को अब शहर के स्कूलों से रूबरू होने का मौका मिलेगा।
बुजुर्ग शिक्षकों को पसंदीदा स्कूल में भेजने को तवज्जो दी जाएगी। इसके अलावा योजना में अशक्त, शादीशुदा महिला और विधवा शिक्षिकाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। शिक्षकों की पसंद का इतना ख्याल रखा गया है कि उन्हें अपने पसंदीदा स्कूल का डाटा 10 मई तक एमआईएस के तहत ऑनलाइन शिक्षक को भरना था। बावजूद इसके अभी तक करीब 90 प्रतिशत शिक्षक ही अपनी पसंद बता पाए है। विभाग की स्थानांतरण पॉलिसी फिलहाल बचे हुए शिक्षकों की लिस्ट के इंतजार में अटकी है। db
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