रेवाड़ी, जींद : ग्रेजुएशन के बाद पीजी कोर्स में दाखिला लेने वाले विद्यार्थी अपने विषय के साथ एक अतिरिक्त विषय की भी पढ़ाई कर सकेंगे। चयन आधारित क्रेडिट पद्धति (सीबीसीएस) के तहत विद्यार्थियों को यह मौका मिलेगा।
सभी स्टेट यूनिवर्सिटीज में नए शिक्षा सत्र 2016-17 से यह व्यवस्था लागू होने जा रही है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के निर्देशानुसार 15 विवि में सीबीसीएस को लेकर पाठ्यक्रम तैयार करने का काम भी अंतिम चरण में है। मार्कशीट में ग्रेडिंग दर्ज होगी। सेंट्रल इंस्टिट्यूशंस जैसे केंद्रीय विश्वविद्यालयों में पिछले साल से ही इस पद्धति को लागू कर दिया गया था।
एक्सपर्ट से समझिए कैसे मिलेगा विकल्प
केंद्रीय विवि हरियाणा के रजिस्ट्रार रामदत्त बताते हैं कि अभी तक विद्यार्थी यदि कॉमर्स, इकॉनामिक्स, हिंदी, मैथ या अन्य विषय से स्नातकोत्तर (पीजी) की पढ़ाई कर रहा है तो उसे वही विषय पढ़ने का मौका मिलेगा। सीबीसीएस के तहत विषय विकल्प के तौर पर दे दिए जाएंगे। जैसे कि अपने विषय के साथ हिंदी लिटरेचर, इंग्लिश या अन्य विषय भी पढ़ सकें। मार्कशीट पर भी अब अंकों की जगह ग्रेड दर्ज होगी। रेवाड़ी की आईजीयू मीरपुर के वीसी प्रो. एसपी बंसल ने बताया कि सिलेबस तैयार करने काम लगभग फाइनल स्टेज पर है। db
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