भिवानी : दसवीं कक्षा पास करने पर छात्रों के सामने यक्ष प्रश्न होता है कि
वह कौन सा संकाय चुने। किस क्षेत्र को करियर के रूप में अपनाए। केवल तीन
ही विकल्प सामने हैं, कलां, वाणिज्य व साइंस। विदेशों में विषय का चयन
अभिभावक नहीं, बल्कि सलाहकार समिति पहली कक्षा से ही छात्र को उसके रुचि के
विषय में दाखिल देती है। अमेरिका व दूसरे यूरोप देशों की तर्ज पर अब भारत व
हरियाणा में भी इसी तरह का प्रयोग शुरू हो गया है। कौशल शिक्षा में देश
में सबसे अग्रणी चल रहे हरियाणा में 94 सेक्टरों (संकाय) की पहचान की गई
है। 1प्रदेश के 990 सरकारी, 41 निजी स्कूलों में राष्ट्रीय कौशल शिक्षा
कार्यक्रम लागू कर दिया गया है। इन स्कूलों में नए शिक्षा सत्र से सात नए
विषय लागू कर दिए गए हैं, जबकि अगले सत्र से छह और नए विषय लागू किए
जाएंगे।
सेक्टर काउंसिल ने तैयार किए 94 नए सेक्टर
कौशल विकास कार्यक्रम के
तहत देश के बड़े उद्योगपतियों व व्यवसायियों की एक सेक्टर काउंसिल गठित की
गई। इस काउंसिल ने आने वाले समय मांग के अनुरूप 94 नए सेक्टर बनाए हैं। अभी
तक ग्यारहवीं कक्षा में प्रवेश लेते समय संकाय के चयन का विकल्प है। नई
व्यवस्था में नौवीं से ही यह विकल्प उपलब्ध होगा। dj
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