जाखल : घर से माता-पिता बच्चों को तैयार कर स्कूल में पढ़ने लिखने के लिए भेजते हैं लेकिन वही बच्चे स्कूल जाने के बाद बाल्टी उठाकर गली-गली मिड डे मील के लिए छाछ इक्कठा करते हैं। यह मामला गांव मुस्साखेड़ा में सामने आया है। गांव के राजकीय मिडल एवं प्राइमरी स्कूल के विद्यार्थी स्कूल समय में कक्षाओं को छोड़कर गांव की गली गली जाकर घर-घर से छाछ इक्कठा करते हैं। मामले को लेकर ग्राम पंचायत ने कड़ा एतराज जताया है। सरपंच मुकेश कुमार सहित गांव के पंचों ने कहा कि स्कूल में अध्यापकों की देखरेख में बच्चों की पढ़ाई के साथ खिलवाड़ हो रहा है। जो सरासर गलत है।
नहीं कर सकते बात
मामले बारे मुस्साखेड़ा प्राइमरी स्कूल इंचार्ज उमेद सिंह के फोन को पारिवारिक सदस्य ने उठाया। उन्होंने कहा कि उमेद के जबड़े में दर्द होने के चलते वह बात नहीं कर सकते।
मिडल स्कूल पर ताला लगने की नौबत
गांव के मिडल स्कूल पर ताला लगने की भी नौबत चुकी है। स्कूल में अध्यापकों की कमी के चलते विद्यार्थियों की पढ़ाई का पहले ही बुरा हाल है। जिसे लेकर गत शुक्रवार को ग्रामीणों ने हंगामा भी किया स्कूल के मेन गेट पर ताला लगाने का भी प्रयास किया गया। लेकिन ग्राम पंचायत के हस्तक्षेप के चलते मामले को ठंडा कर दिया गया।
ऐसा करना बिलकुल गलत
"सभी स्कूलों में मिड-डे मील के लिए राशन की व्यवस्था विभाग की ओर से की जाती है। जहां तक छाछ इक्कठा करने की बात है वह भी बिलकुल गलत है। विभाग की ओर से स्कूल में कढ़ी बनाने के लिए दही की व्यवस्था किए जाने के आदेश हैं। इस मामले में सभी बीईओ को निर्देश जारी कर चेतावनी दी गई है कि इस तरह का कोई भी मामला पाया गया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।''-- दयानंदसिहाग, डिप्टी डीईओ, फतेहाबाद। db
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