भिवानी : प्रदेश के लाखों छात्रों को अब रटा लगाने की आदत को बदलना होगा। आने वाले समय में अब वे रटा लगाकर या नकल से पास नहीं होंगे। पास होने के लिए समझ(ज्ञान) को बढ़ाना होगा। इसके लिए हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड प्रशासन प्रश्न पत्रों का पैटर्न बदलने की तैयारी कर रहा है। नए पैटर्न के अनुसार रटने वाले सवालों की बजाए समझ वाले सवाल पूछे जाएंगे। प्रश्न पत्रों के पैटर्न का बदलाव इसी सत्र से एनएसक्यूएफ में किया जा रहा है और इसके बाद अगले सत्र से नौवीं से बारहवीं कक्षा के प्रश्न पत्रों का भी पैटर्न बदल दिया जाएगा। इसी संदर्भ में मंगलवार को बोर्ड मुख्यालय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में प्रश्न-पत्र नमूनों-डिजाइनों एवं मूल्यांकन प्रणाली संबंधी कुछ ऐसे महत्वपूर्ण विषयों पर विशेषज्ञों ने मंथन किया। उपस्थित सभी विशेषज्ञों ने प्रश्न निर्माण की परंपरागत प्रणाली की कमियों में संशोधन की जरूरत महसूस की। इस कार्यशाला में 34 विषय-विशेषज्ञों ने शिरकत की। इनके अलावा शिक्षा निदेशालय हरियाणा, पंचकुला से स्किल शिक्षा एडवाइजर केके अग्निहोत्री व डॉ. बाल किशन परामर्शदाता ने भी भाग लिया। कार्यशाला की अध्यक्षता सहायक सचिव, कौशल शिक्षा, मनीराम खरबास ने की। कार्यशाला में पुराने प्रश्न पत्र की नियमावली के दोषों को दूर करने पर जोर दिया गया। क्योंकि पुराना पैटर्न छात्रों को मात्र रटने की प्रवृत्ति उत्पन्न करने मजबूर कर रहा है। रटने जैसे पहलुओं पर आधारित सभी टे¨स्टग टूल्स अब बीते समय की बात हो चुकी है, क्योंकि वर्तमान में जरूरी हो गया है कि छात्रों के ज्ञान की जीवन उपयोगिता के महत्व सामने आयें।
इस कार्यशाला में राज्य सरकार द्वारा मानव संसाधन विकास मंत्रालय की सहभागिता से स्कूली स्तर पर चलाये जा रहे व्यवसाय उन्मुख 14 विकास कौशल विषयों के पाठ्यक्रम के ²ष्टिगत मूल्यांकन प्रणाली, यूनिट वार बांट पर भी गहन अध्ययन कर सामग्री का प्रारूप तैयार किया गया। dj
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