नोएडा : केंद्र सरकार युवाओं के कौशल विकास के साथ उनकी शैक्षणिक क्षमता
बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण पहल करने जा रही है। अब आइटीआइ (औद्योगिक
प्रशिक्षण संस्थान) में पढ़ने वाले अभ्यर्थियों को 10वीं व 12वीं का
सर्टिफिकेट भी प्रदान किया जाएगा। इसके लिए जल्द ही एनआइओएस (राष्ट्रीय
मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान) और केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता
मंत्रलय के बीच एक करार होने जा रहा है। इससे देशभर के लगभग 13000 हजार
आइटीआइटी में पढ़ने वाले तकरीबन 18 लाख अभ्यर्थियों को मिलेगा।
इस करार के
तहत 8वीं पास कर आइटीआइ में दाखिला लेने वाले अभ्यर्थियों को एनआइओएस 10वीं
का सर्टिफिकेट प्रदान करेगा, जबकि 10वीं के बाद आइटीआइ में आने वाले
अभ्यर्थियों को 12वीं का सर्टिफिकेट प्रदान किया जाएगा। गौरतलब है कि
आइटीआइ के साथ-साथ अभ्यर्थियों को 10वीं व 12वीं का सर्टिफिकेट प्रदान करने
की मांग लंबे समय से चली आ रही थी। कहा जा रहा है कि अब प्रधानमंत्री मोदी
ने इस मामले में व्यक्तिगत रुचि दिखाई है। इसके बाद यह पहल की गई है।
8वीं व 10वीं पास अभ्यर्थी को आइटीआइ की पढ़ाई के साथ-साथ एनआइओएस के दो
विषयों की भी पढ़ाई करनी होगी। इसमें एक विषय भाषा यानी लैंग्वेज व एक
उद्यमिता (इंटरप्रिन्योरशिप) का होगा। दो साल बाद अभ्यर्थी जैसे ही आइटीआइ
की पढ़ाई पूरी कर लेगा, उसे एनआइओएस के दोनों विषयों की परीक्षा देनी होगी।
उसके बाद एनआइओएस इन दोनों विषयों के अंक में आइटीआइ के तीन अन्य विषयों
का क्रेडिट (अंक) जोड़कर अभ्यर्थी को सर्टिफिकेट प्रदान करेगा। एनआइओएस और
केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रलय के बीच होने जा रहे इस करार का
लाभ आइटीआइ पास आउट अभ्यर्थियों को भी मिलेगा।
"अभी तक एनआइओएस हर साल तकरीबन सवा करोड़ छात्रों को सर्टिफिकेट प्रदान करता
है। अब आइटीआइ की पढ़ाई करने वाले छात्रों को भी 10वीं व 12वीं का
सर्टिफिकेट देने जा रहा है। ऐसे में हमारे सीनियर सेकेंडरी कोर्स के
छात्रों की संख्या देश के सभी बोर्ड से ज्यादा हो जाएगी।"-- प्रो. सीबी
शर्मा, चेयरमैन, एनआइओएस (राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान) dj
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