सोनीपत : शहरगांवों के राजकीय स्कूलों में बरसात के समय जल भराव की समस्या आम है। संभव है कि नए शैक्षणिक सत्र से इस जल संकट से स्कूलों को राहत मिल जाए। क्योंकि शिक्षा विभाग केंद्र सरकार की भूजल स्तर को सुधारने की उस प्रक्रिया को अपनाने जा रहा है, जिससे जल भराव खत्म होगा तो वहीं भूल जल स्तर भी सुधरेगा। इसके लिए रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम स्कूलों में लगाया जा रहा है।
शिक्षा विभाग यह योजना पब्लिक हेल्थ विभाग के साथ मिलकर संचालित करेगा। योजना की शुरुआत शहर में राजकीय कन्या सीनियर सेकेंडरी स्कूल मुरथल अड्डा एवं राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल मॉडल टाउन से की जाएगी। ग्रामीण क्षेत्र में यह राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल अकबरपुर बरोटा एवं गोहाना के मंडी स्कूल में यह सिस्टम लगाया जाएगा।
ऐसे हो सकता है व्यवस्था में सुधार
राजकीय स्कूलों में लगने वाले रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के तहत स्कूल की छत से स्कूल के मैदान में आने वाला पानी फिल्टर होकर जमीन में चला जाएगा। इससे दो फायदे होंगे, पहला छत का पानी मैदान में नहीं जमा होगा और भूजल स्तर ऊपर उठेगा। इसके लिए स्कूलों में दो जगह मशीनें लगाई जाएंगी। एक से पानी फिल्टर होगा तो दूसरी से नालियों के द्वारा जमीन में पानी को भेजा जाएगा। इस सिस्टम की हर 15 दिन में जांच की जाएगी। जांच के तहत पानी भरकर छत पर डाला जाएगा और फिर देखा जाएगा कि वह कैसे काम कर रहा है।
इसलिए पड़ी आवश्यकता
विभागीय अधिकारियों के मुताबिक बरसात के समय स्कूल के परिसर में अक्सर पानी जमा हो जाता है। जिस कारण विद्यार्थियों को एक ओर जहां आवागमन में परेशानी होती थी, वहीं कई बार थोड़ी सी बरसात और सरकारी स्कूलों में छुट्टी भी करनी पड़ जाती थी। यही नहीं बरसात के समय छतों एवं बाहर रखे उपकरण में ज्यादा समय पानी रहने से उनके खराब होने का खतरा बढ़ जाता है। अक्सर ज्यादा समय तक पानी जमा रहने से भवन खराब होने की स्थिति भी उत्पन्न हो जाती है।
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