कैथल : स्कूल में छात्रों की घटती संख्या को
देखते हुए राजौंद के गांव फरीयाबाद में पंचायत ने ग्रामीणों के साथ मिलकर
एक अनूठी पहल की है, जिसमें बताया गया है कि गांव का कोई भी बच्चा प्राईमरी
स्तर तक किसी भी प्राइवेट स्कूल में दाखिला नहीं लेगा और गांव के सभी
बच्चे गांव में ही बने सरकारी प्राइमरी स्कूल में पढ़ेंगे। इस फैसले पर अमल
के लिए 11 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है, जिसकी निगरानी ब्लाक समिति
के चेयरमैन प्रतिनिधि दिलबाग सिंह, सरपंच के प्रतिनिधि रमेश कुमार को दी गई
है। स्कूल में ग्रामीणों की बैठक हुई, जिसमें स्कूल में स्टाफ की कमी,
बच्चों की संख्या में कमी पर सर्वसम्मति से फैसला लिया गया। नए सत्र से
गांव का कोई भी बच्चा जो प्राइमरी शिक्षा के लिए निजी व अन्य स्कूलों में
जाते है वह सभी गांव के प्राइमरी सरकारी स्कूल में ही पढ़ेंगे। इसके अलावा
स्कूल भवन में सफाई की व्यवस्था के लिए सफाई कर्मचारी, फर्नीचर की
व्यवस्था, पीने के पानी की व्यवस्था सहित कई मुद्दों पर चर्चा हुई।
इस बारे में खंड शिक्षा अधिकारी दिलीप सिंह ने कहा कि गांव वाले स्कूल को
लेकर नई पहल शुरू कर रहे हैं तो यह बहुत अच्छी बात है। ग्रामीणों को मदद
चाहिए वह मिलेगी।
कमेटी का गठन
स्कूल के बारे में लिए गये फैसले पर अमल के लिए गांव से 11 सदस्यीय एक
कमेटी का गठन किया गया है। इसमें जगपाल सिंह, मेघराज, शमशेर सिंह, दिलबाग
सिंह, सुखबीर सिंह, दिनेश कुमार, बङ्क्षलद्र, रामभज, ऋषिपाल, रूपचंद और
रणधीर सिंह शामिल है। कमेटी की देखरेख की जिम्मेदारी ब्लाक समिति के
चेयरमैन के पति दिलबाग सिंह, सरपंच के पति रमेश कुमार को सौंपी गई। कमेटी
स्कूल के साथ-साथ गांव के विकास पर भी विशेष ध्यान देगी व बेटी बचाओ-बेटी
पढ़ाओ, खुले में शौच मुक्त जैसी योजनाओं को अमलीजामा पहनाने के लिए काम
करती रहेगी।
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