जींद : प्राथमिक शिक्षक संघ के राज्य प्रधान विनोद ठकरान, महासचिव दीपक
गोस्वामी, मुख्य सलाहकार सुनील आर्य एवं राज्य कोषाध्यक्ष राजेश खर्ब ने
संयुक्त रूप से जारी प्रेस बयान में कहा कि राज्य के प्राथमिक शिक्षक किसी
दूसरे विद्यालय या कार्यालय में अपनी दैनिक उपस्थिति दर्ज नहीं करवाएंगे।
अध्यापक नियमित रूप से तैयार होकर अपने विद्यालय जाता है, जहां बच्चे
अध्यापक की इंतजार में होते हैं, ऐसे में अध्यापक कहीं और हाजिरी लगाता
घूमे यह प्राथमिक शिक्षकों को मंजूर नहीं है। अध्यापकों को इस फैसले में
प्राथमिक शिक्षक संघ पूरी तरह अध्यापकों के साथ है। यदि राज्य सरकार अच्छे
तरीके से बायोमीट्रिक हाजिरी चाहती है तो प्रत्येक विद्यालय में अच्छी
क्वालिटी की बायोमीट्रिक मशीन एवं उसमें इंटरनेट कनेक्शन का प्रबंध करें।
इसमें अध्यापक समाज को कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन अध्यापक समाज ऐसे तुगलकी
फरमानों को सहन नहीं करेगा कि कहीं भी मशीन मिले, वही हाजिरी लगाओ। राज्य
सरकार के गलत निर्णयों के कारण विद्यालयों में बच्चों की संख्या घट रही है।
यदि राज्य सरकार वास्तव मे शिक्षा में सुधार चाहती है तो अध्यापकों से गैर
शैक्षणिक कार्य लेना बंद करे। विभाग में रिक्त पदों पर शीघ्र नियमित भर्ती
की जाए। ट्रांसफर पॉलिसी में जो खामियां रह गई हैं, उन्हें तुरंत सुधारा
जाए अन्यथा राज्य सरकार को अध्यापक समाज के विरोध का सामना करना पड़ेगा।
राज्य सरकार इसे हल्के में न ले।
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