भिवानी : बीएड में दाखिला लेने के बावजूद कालेज न आने वाले छात्रों के साथ कालेज
संचालकों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। इस वर्ष 524 बीएड कालेजों में 40
हजार स्टूडेंट्स ने एडमिशन लिया। करीब 18 हजार छात्र नॉन अटेडिंग है।
उन्हें नोटिस जारी कर दिया गया है।
एडमिशन लेकर कालेज न आने वाले छात्रों पर चौधरी रणबीर सिंह यूनिवर्सिटी के
वीसी सख्त हो गए हैं। मंगलवार को सीआरएसयू के वीसी रणजीत सिंह सेठ किरोड़ी
मल बीएड कालेज पहुंचे और निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने छात्राओं से
बातचीत भी की। उन्होंने कहा कि ऐसे कालेजों पर नकेल कसी जाएगी जो नॉन
अटेडिंग चल रहे हैं। उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले एक कालेज का निरीक्षण
किया तो पता चला कि स्टूडेंट के आए बिना ही उसकी उपस्थिति दर्ज की गई है।
इसी कारण निजी कालेज उनके निरीक्षण का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि
कुछ कालेज भारी-भरकम फीस लेते हैं और बिना कक्षा लगाए ही छात्रों को डिग्री
थमा देते हैं। ऐसा करके वे युवाओं का भविष्य खराब कर रहे हैं। ऐसे कालेजों
पर अंकुश लगाया जाएगा। उन्होनें बताया कि फीस बढ़ाने पर भी विचार किया जा
रहा है, ताकि कालेजों की आर्थिक हालत में सुधार हो सके।
कालेज संचालक पहुंचे सीआरएसयू
जींद : मंगलवार को प्रदेश के बीएड कॉलेज संचालकों ने अपनी पांच
मांगों को लेकर चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय (सीआरएसयू)के प्रशासन का
दरवाजा खटखटाया, लेकिन विवि प्रशासन के सख्त रुख के चलते केवल एक ही मांग
पर राहत मिल सकी। साथ ही बाकी चार मांगों पर विवि प्रशासन ने दोबारा विचार
करने के लिए मांग पत्र भेजने को कहा है। इसके बाद बीएड कॉलेज संचालकों ने
अपनी हड़ताल खत्म करने की घोषणा की। अब बुधवार से प्रदेश के सभी बीएड कॉलेज
नियमित रूप से लगेंगे। इससे पहले बीएड कॉलेज संचालकों को विश्वविद्यालय को
अंदर घुसने नहीं दिया गया और उन्हें मुख्य गेट से बाहर कर दिया गया। इस पर
बीएड कॉलेज संचालकों ने रोष जताया और मुख्य रोड के पास ही दरी बिछाकर बैठक
की।
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