अम्बाला में 485 राजकीय प्राइमरी स्कूल हैं।
कई स्कूलों में अभी भी टीचरों की कमी है। विभाग के अनुसार 60 बच्चों पर कम
से कम दो टीचर होने चाहिएं मगर कई स्कूलों में एक ही टीचर बच्चों को पढ़ा
रहा है। विभाग के अनुसार आगामी सेशन से खाली पड़े पदों पर रिटायर्ड टीचर
रखे जाएंगे। अगर किसी टीचर का गणित अच्छा है तो बच्चों को वह टीचर गणित ही
पढ़ाएगा।
"शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए आगामी सेशन से
प्राइमरी स्कूलों में रिटायर्ड टीचर रखे जाएंगे। यह टीचर बच्चों को
विषयानुसार शिक्षा देंगे। बच्चों की परफॉरमेंस खराब होने पर भी स्कूल टीचर
जिम्मेदार होंगे।"-- धर्मवीर कादियान, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी, अम्बाला।
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