जींद : हरियाणा बेरोजगार शिक्षित स्नातक
शास्त्री संघ की बैठक शुक्रवार को नेहरू पार्क में हुई। इसकी अध्यक्षता
प्रधान सुनील दत्त ने की। उन्होंने बताया कि हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग
द्वारा जारी विज्ञप्ति में टीजीटी संस्कृत पद हेतु आवेदन मांगे गए हैं। इस
भर्ती में शास्त्री डिग्री धारकों को ही वंचित रखा जा रहा है जोकि
अन्यायपूर्ण है। केंद्र सरकार केंद्रीय विद्यालय संगठन दिल्ली अधीनस्थ सेवा
चयन बोर्ड चंडीगढ़ शिक्षक भर्ती आयोग और सभी राज्यों की संस्कृत अध्यापकों
की भर्तियों में शास्त्री डिग्री धारकों को शामिल किया जाता रहा है।
शिक्षा नियमावली 2012 से पहले हरियाणा में भी शास्त्री डिग्री धारकों को
वरीयता दी जाती थी। अब शास्त्री डिग्री धारकों को इस भर्ती से बाहर कर दिया
गया है और बीए में संस्कृत ऐच्छिक विषय पढ़ने वालों काे योग्य माना गया
है, जबकि सभी संस्कृत विषयों का अध्ययन करने वाले शास्त्री डिग्री धारकों
को अयोग्य माना गया है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि भर्ती में फार्म
भरने की प्रक्रिया शुरू होने से पहले ही इसमें संशोधन किया जाए। ताकि
शास्त्री डिग्री धारक इस भर्ती में शामिल हो सकें।
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