रोहतक : एमडीयूके विभिन्न विभागों से अनुपस्थित
रहने वाले विद्यार्थियों का रिकॉर्ड मांगा गया है। कक्षा से लगातार
अनुपस्थित विद्यार्थियों पर कार्रवाई भी हो सकती है। यह फैसला सोमवार को
शैक्षणिक विभागों के अध्यक्षों संकायों के अधिष्ठाताओं की बैठक में लिया
गया। आरक्षण आंदोलन के तहत स्थिति काबू में रखने यह कवायद की जा रही है।
वीसी
प्रो. बिजेंद्र कुमार पूनिया ने कहा प्रत्येक विभागाध्यक्ष टाइम-टेबल के
अनुसार कक्षाओं में अध्यापन विद्यार्थियों की नियमितता भी सुनिश्चित करें।
विद्यार्थी निरंतर अनुपस्थित हैं तो नियमानुसार कार्रवाई की जाए। प्रत्येक
प्राध्यापक का यह दायित्व है कि वे नियमित अपना अध्यापन कार्य करें। बैठक
में डीन, एकेडमिक एफेयर्स प्रो. एनआर गर्ग, रजिस्ट्रार जितेंद्र भारद्वाज,
संकायों के डीन, विभागाध्यक्ष उपस्थित रहे।
विद्यार्थियों काे साथ रखना होगा पहचानपत्र
एमडीयूके
विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय का पहचान पत्र साथ रखना होगा। छात्रावासों
में रहने वाले विद्यार्थियों के लिए भी छात्रावासीय पहचान पत्र साथ रखना
अनिवार्य है। विवि ने सुरक्षा कारणों के चलते किया है। यह फैसला सोमवार को
विवि कुलपति प्रो. बिजेंद्र कुमार पूनिया की विभिन्न विद्यार्थी संगठनों के
साथ हुई बैठक में लिया गया। कुलपति ने कहा कि छात्रावासों में विद्यार्थी
किसी भी बाहरी व्यक्ति को साथ ठहराएं। यदि कोई अनजान व्यक्ति छात्रावास में
नजर आता है तो उसकी सूचना तुरंत हॉस्टल/विवि प्रशासन को दें। कुलपति ने
विद्यार्थी संगठन प्रतिनिधियों से नियमित रूप से कक्षा लगाने का आह्वान
किया। इस मौके पर डीन, स्टूडेंट वेल्फेयर प्रो. राजकुमार, प्रॉक्टर एवं चीफ
वार्डन बॉयज प्रो. एससी मलिक समेत सभी बॉयज हास्टल के वार्डन उपस्थित रहे।
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