** सरकार ने शिक्षक-छात्र अनुपात कम कर क्रिएट किए नौ हजार पद ** 887 जेबीटी को नहीं मिली अभी नियुक्ति, 5 जून से आमरण अनशन
चंडीगढ़ : हरियाणा सरकार ने अधिकतर जेबीटी शिक्षकों को एडजेस्ट करने के लिए स्कूलों में छात्र-शिक्षक अनुपात 1:25 कर दिया है। यानी 25 बच्चों पर एक शिक्षक की तैनाती हो सकेगी। सरकार के इस फामरूले से स्कूलों में करीब नौ हजार पद बन गए हैं। इन पदों के चलते अधिकतर जेबीटी शिक्षकों के स्कूलों में एडजेस्ट होने के आसार बन गए हैं।
चंडीगढ़ : हरियाणा सरकार ने अधिकतर जेबीटी शिक्षकों को एडजेस्ट करने के लिए स्कूलों में छात्र-शिक्षक अनुपात 1:25 कर दिया है। यानी 25 बच्चों पर एक शिक्षक की तैनाती हो सकेगी। सरकार के इस फामरूले से स्कूलों में करीब नौ हजार पद बन गए हैं। इन पदों के चलते अधिकतर जेबीटी शिक्षकों के स्कूलों में एडजेस्ट होने के आसार बन गए हैं।
प्रदेश में 887 जेबीटी शिक्षक अभी ऐसे
बचे हैं, जिनके दस्तावेजों में खामियां हैं और फोरेंसिक लैब मधुबन (करनाल)
से उन्हें क्लीयरेंस नहीं मिली है। ऐसे शिक्षकों की खामियों को जल्द दूर
करने और उन्हें ज्वाइनिंग दिलाने की मांग को लेकर पात्र अध्यापक संघ ने
पंचकूला में क्रमिक अनशन शुरू कर दिया है।
पहले दिन 21 पात्र शिक्षकों ने
क्रमिक अनशन शुरू किया है, जो 4 जून तक चलने के आसार हैं। इस अवधि तक यदि
887 जेबीटी शिक्षकों को नियुक्ति नहीं मिली तो 5 जून से क्रमिक अनशन को
आमरण अनशन में बदला जाएगा। पात्र अध्यापक संघ हरियाणा के अध्यक्ष राजेंद्र
शर्मा ने लो मेरिट का बहाना बनाकर कई शिक्षकों को नई ज्वाइनिंग से रोकने की
साजिश हो रही है। राजेंद्र शर्मा ने कहा कि भाजपा सरकार ने जेबीटी को
नियुक्त कर हरियाणा में मिसाल कायम की है। इतने अधिक जेबीटी को एक साथ
नियुक्ति देना बड़ा और चुनौतीपूर्ण काम था।
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