नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय ने स्नातक, परास्नातक, एमफिल पीएचडी के
आवेदन के लिए तिथियों की घोषणा भले ही कर दी हो लेकिन इस वर्ष संस्थान
विभिन्न विषयों की प्रवेश परीक्षाएं ऑनलाइन करेगा या नहीं इस पर अब भी संशय
है।
डीयू के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि वैसे तो इस बाबत अंतिम
फैसला कुलपति लेंगे लेकिन मंगलवार को एक बार फिर डीयू में स्थाई समिति की
बैठक होने वाली है। जिसमें फिर से इस मुद्दे को रखा जाएगा और इस पर चर्चा
होगी। दाखिला प्रक्रिया में किसी तरह की कमी न हो इस पर अंतिम बैठक के बाद
ही डीयू प्रशासन दाखिला संबंधी विस्तृत निर्णय एक प्रेसवार्ता में लेगा।
ज्ञात हो कि डीयू में ऑन लाइन प्रवेश परीक्षा को लेकर विरोध जारी है। इस
बाबत दाखिला समिति के चेयरमैन से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेता की
बैठक में एकमत न होने पर यह मामला स्थाई समिति के समक्ष रखा गया। बाद में
यह भी निर्णय हुआ कि अंतत: कुलपति ही इस बाबत निर्णय लेंगे। हालांकि अब जब
विभिन्न कोर्स में आवेदन की तिथियों की घोषणा हो गई है छात्रों को अब तक यह
नहीं बताया गया है कि प्रवेश परीक्षा ऑनलाइन होगी कि आफ लाइन।
दिल्ली
विश्वविद्यालय ने ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा की तैयारी लगभग पूरी कर ली है
लेकिन छात्र व शिक्षकों के विरोध के बाद इस पर अमल किया जाय या नहीं इसको
लेकर असमंजस की स्थिति है। परीक्षा ऑफ लाइन हो या ऑनलाइन लेकिन इसके लिए
पूरे देश के 18 शहरों में केंद्र बनाए जाएंगे। इसकी घोषणा डीयू ने पहले ही
कर दी है।
डीयू का अनुमान है इस साल आयोजित होने वाली प्रवेश परीक्षा में
लगभग ढाई लाख लोग आवेदन कर सकते हैं। डीयू इन विषयों की एक दिन में तीन या
चार पाली में परीक्षा कराने की योजना बना रहा है। प्रत्येक प्रश्नपत्र दो
घंटे का होगा। इस परीक्षा में बहुविकल्पीय प्रश्न होंगे जिसे सुबह आठ बजे
से शाम 6 बजे के बीच कराया जा सकता है।
इन विषयों की होगी प्रवेश परीक्षा :
एमए, एमएससी, एमफिल, पीएचडी, लॉ, बीएड, बैचलर आफ बिजनेस स्टडीज, बैचलर आफ
फाइनेंसियल इनवेस्टमेंट एनालॉसिस सहित अन्य कुछ विषयों की होगी प्रवेश
परीक्षा।
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