कुरुक्षेत्र : कुवि प्रशासन की ओर से जारी नए पीएचडी आर्डिनेंस में बदलाव
किए हैं। हालांकि इन बदलावों के लिए यूजीसी की ओर से आए निर्देश को बताया
जा रहा है। विश्वविद्यालय की ओर से अब पीएचडी शोध प्रबंध जमा कराने का
न्यूनतम समय दो वर्ष से बढ़ाकर तीन वर्ष किया है। कुवि में हर वर्ष सैकड़ों
की संख्या में शोध कार्य करते हैं। अब तक यूजीसी के नियमों के अनुसार सभी
शिक्षकों को आठ शोधार्थियों को पीएचडी कराने का अधिकार था, लेकिन इस बार
यूजीसी की ओर से आए आर्डिनेंस में इसे कम कर दिया गया है। जिसमें असिस्टेंट
प्रोफेसर को चार, एसोसिएट प्रोफेसर को छह और प्रोफेसर को आठ सीटें दी जा
सकती हैं। कुवि ने यही नियम लागू कर दिया है।
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