** बीते सत्र में 500 से अधिक शिक्षक कई महीने रहे बेरोजगार
नई दिल्ली : दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ा रहे अतिथि शिक्षकों पर एक
बार फिर से बेरोजगारी की तलवार लटक गई है। निदेशालय ने नए शैक्षणिक सत्र के
लिए एक जुलाई से पोस्ट फिक्सेशन (कक्षा में छात्रों की एक सीमित संख्या के
आधार पर शिक्षक की तैनाती) लागू करने की घोषणा की है। इसका सबसे ज्यादा
असर प्राथमिक स्तर के शिक्षकों पर पड़ने की संभावना है।
दिल्ली सरकार
प्रत्येक शैक्षणिक सत्र के लिए स्कूलों में पोस्ट फिक्सेशन लागू करती है।
जिसमें कक्षा में बच्चों की सीमित संख्या के आधार पर शिक्षक को स्कूल में
तैनाती दी जाती है। जबकि अतिरिक्त शिक्षकों को अस्थायी तौर पर स्कूल से
पदमुक्त करते हुए अन्य स्कूल में समायोजित किया जाता है। इस सत्र के लिए भी
एक जुलाई से पोस्ट फिक्सेशन लागू होना है, लेकिन इसकी घोषणा होते ही अतिथि
शिक्षक खौफ में आ गए हैं।
अतिथि शिक्षक शोएब राणा का कहना है कि बीते
शैक्षणिक सत्र में दिल्ली के एक हजार स्कूलों में पोस्ट फिक्सेशन लागू किया
था। इस वजह से 500 से अधिक अतिथि शिक्षक अस्थायी तौर पर पदमुक्त हुए थे,
लेकिन एक साल बीतने के बाद भी अधिकांश शिक्षकों को अभी तक समायोजित नहीं
किया गया है। जबकि नए सत्र में पोस्ट फिक्सेशन लागू होने के बाद तय है कि
वर्तमान में पढ़ा रहे कई अतिथि शिक्षकों को भी हटाया जाएगा। सबसे बड़ा सवाल
यह है कि जब पूर्व में हटाए गए अतिथि शिक्षकों को अभी तक समायोजित नहीं
किया गया है तो नए पदमुक्त किए गए शिक्षकों को कैसे समायोजित किया जा
सकेगा। पिछले वर्ष इस वजह से हटाए गए अमित ने कहा कि पूरे साल निदेशालय के
चक्कर लगाए, लेकिन दोबारा तैनाती नहीं दी गई। अब नए सत्र में नया पोस्ट
फिक्सेशन लागू किया जाएगा तो कई शिक्षक फिर से बेरोजगार हो जाएंगे।
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.