शिक्षा विभाग ने 'नो होमवर्क' स्कूलों में विद्यार्थियों के होमवर्क करवाने का भी कांसेप्ट तैयार किया है। पहली कक्षा में तीन विषय होते हैं। शिक्षक एक विषय का होम वर्क दस मिनट में करवाएगा। ऐसे में तीन विषयों का होम वर्क 30 मिनट में ही हो जाएगा। दूसरी कक्षा में प्रत्येक विषय के लिए 20 मिनट होम वर्क के लिए निर्धारित किए गए है।
इन मापदंडों पर चुने जाएंगे
प्रोजेक्ट में ऐसे स्कूल ही शामिल किए जाएंगे जिनकी इमारत होनी चाहिए। 30 छात्रों पर एक शिक्षक हो, स्कूल में प्रिंसिपल और हेडमास्टर का पद खाली हो। सीनियर सेकेंडरी और हाईस्कूल से प्राइमरी स्कूल की दूरी 300 मीटर से अधिक नहीं होनी चाहिए और कैंपस के मध्य ही स्थापित प्राइमरी स्कूल को प्राथमिकता दी जाएगी। स्कूल में कंप्यूटर लैब और बिजली व्यवस्था अनिवार्य होगी।
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