** चहेतों को कॉमर्शियल तो दूसरों को गांव के बीचोंबीच जगह में दे दिए प्लॉट
अंबाला शहर : गांव बिशनगढ़ में स्कूल-प्ले ग्राउंड की जगह गरीबी रेखा से
नीचे जीवन यापन करने वाले गरीब परिवारों के प्लॉट काट दिए गए। न केवल प्लॉट
काटे गए बल्कि उनकी रजिस्ट्री कराकर उनका इंतकाल भी करा दिया गया।
प्लॉट
लेने की होड़ में पहले तो किसी ने इसका विरोध नहीं किया लेकिन जब एक ही
परिवार के आधे सदस्यों को एक तरफ और आधे सदस्यों को गांव की दूसरी तरफ
प्लॉट जारी कर दिए गए और ग्रामीणों को पूरा मामला समझ आया तो उन्होंने इसका
विरोध शुरू किया। मामला एसडीएम के पास भी पहुंचा लेकिन लेकिन तीन साल बीत
जाने के बाद भी न तो जिला पंचायत एवं विकास अधिकारी को इसकी जानकारी है न
ही शिक्षा विभाग को।
अंबाला में लगे सीएम दरबार में पीड़ित परिवार पहुंचे
तो सच्चाई सामने आई। मुख्यमंत्री ने मामले पर हैरानी जाहिर करते हुए जांच
के आदेश दिए। शहर से करीब 20 किलोमीटर दूर बसे इस गांव में टीम जागरण ने
पहुंचकर मामले की जांच की तो पता चला कि कुल 39 बीपीएल परिवारों को राजकीय
प्राथमिक पाठशाला बिशनगढ़ स्कूल- प्ले ग्राउंड के लिए आरक्षित जगह में
प्लॉट जारी किए गए हैं।
हुड्डा सरकार के कार्यकाल में गांव के 60 लोगों को
प्लॉट जारी करने थे। इनमें 21 लोगों को जनसूई हेड के नजदीक बस अड्डे के
पास प्लॉट दिए गए। शेष 39 को गांव के बीचोंबीच खाली गूगा माड़ी के नजदीक
स्कूल की आरक्षित करीब डेढ़ एकड़ जगह में प्लॉट काटकर दे दिए गए। पड़ताल में पता चला कि यह जगह 1956 से स्कूल-प्ले ग्राउंड के लिए
ही आरक्षित है।
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