चंडीगढ़ : हरियाणा के सरकारी स्कूलों में अब छात्र मिड डे मील में पांच तरह
के फ्लेवर वाले दूध का जायका ले सकेंगे। पहली से आठवीं कक्षा तक बच्चों को
गुलाब, इलायची, चाकलेट, वनिला और बटर स्कॉच फ्लेवर में गाय का दूध दिया
जाएगा।
स्वर्ण जयंती बाल दुग्ध योजना के तहत प्रदेश के करीब 17 लाख बच्चों
को रोजाना 200 मिलीलीटर दूध देने की जिम्मेदारी डेरी विकास सहकारी प्रसंघ
को सौंपी गई है। साल में सभी बच्चों को कम से कम 236 दिन दूध मुहैया कराना
अनिवार्य है। प्रसंघ शिक्षा विभाग को 500 ग्राम व एक किलोग्राम की पैकिंग
में मीठे सुगंधित स्किम्ड दूध पाउडर की सप्लाई करेगा। उधर, डेरी विकास
सहकारी प्रसंघ और इंडियन ऑयल कारपोरेशन लिमिटेड (आइओसीएल) के पेट्रोल पंपों
पर वीटा मिल्क बूथ लगाने के प्रस्ताव पर भी सरकार ने मुहर लगा दी है।
प्रसंघ के अध्यक्ष जीएल शर्मा ने बताया कि 18 पेट्रोल पंपों पर मिल्क बूथ
लगाने की जगह मिल गई है, जिसमें से 12 बूथों पर दुग्ध उत्पादों की बिक्री
शुरू कर दी गई है।
पांच रुपये प्रति लीटर लाभ
मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक प्रोत्साहन योजना के तहत दुग्ध
उत्पादकों को 1 अप्रैल से 30 सितंबर तक पांच रुपये प्रति लीटर प्रोत्साहन
राशि मिलेगी। वर्तमान में दुग्ध उत्पादकों को प्रति लीटर 35.50 रुपये का
भुगतान किया जा रहा है। प्रति किलो फैट का रेट 570 रुपये दिया जा रहा है।
सभी दुग्ध उत्पादकों का पांच लाख रुपये का बीमा करते हुए उनके मेधावी
बच्चों को 5100 रुपये तक की छात्रवृत्ति का प्रावधान है।
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