करनाल : स्कूल की क्लास और इसमें पढ़ाया जाने वाला सिलेबस समय पर कैसे कवर
हो? और इस समय में पढ़ाने का ढंग भी ऐसा हो कि बच्चे पहली बार में ही आसानी
से समझ लें। इसके लिए हरियाणा शिक्षा विभाग सरकारी स्कूलों में पढ़ाने के
तरीके को बदलने जा रहा है। जून की छुट्टियों में प्रदेश के सभी 17442
स्कूलों के टीचर्स को इसका प्रशिक्षण दिया जाएगा।
डाइट (डिस्ट्रिक्ट
इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन एंड ट्रेनिंग) स्तर पर होने वाले इस टीचर लर्निग
ट्रेनिंग प्रोग्राम का शेड्यूल हरियाणा शिक्षा विभाग ने तैयार कर लिया है।
इसे इस ढंग से तैयार किया गया है कि टीचर्स आसानी से अपनी सुविधा अनुसार
ट्रेनिंग ज्वाइन कर सकेंगे। शेड्यूल के अनुसार 1 से 6 जून तक पहला बैच, 7
से 13 जून तक दूसरा बैच, 14 से 20 जून तक तीसरा बैच व 21 से 27 जून तक
टीचर्स लर्निग ट्रेनिंग का चौथा बैच लगेगा। इसमें जिस टीचर को जो भी बैच
उसकी सुविधा अनुसार लगता है वह ज्वाइन कर सकता है। प्रोग्राम में हिस्सा
लेने वाले शिक्षकों को प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा।
ब्लॉक स्तर पर बनेंगे
ट्रेनिंग सेंटर :
जून में होने वाले टीचर लर्निग ट्रेनिंग प्रोग्राम को
प्रत्येक जिले में चलाया जाएगा। इसके लिए ब्लॉक स्तर पर सेंटर बनेंगे। जहां
ब्लॉक के सभी स्कूलों के शिक्षक आसानी से ट्रेनिंग ले सकेंगे। डाइट के
स्पेशल ट्रेनर यहां शिक्षकों की क्लास लेंगे। प्रोग्राम शुरू होने से करीब
30 दिन पहले सभी शिक्षकों को इसकी सूचना विभाग की ओर से भेज दी जाएगी, ताकि
वे अपनी सुविधा अनुसार बैच चुन लें।
सर्व शिक्षा अभियान जिला परियोजना
संयोजक बिजेंद्र नरवाल ने बताया कि शिक्षा विभाग जून की छुट्टियों में डाइट
स्तर पर टीचर ट्रेनिंग कार्यक्रम आयोजित करेगा। शिक्षकों की सुविधा के लिए
चार बैच बनाए गए हैं। टीचर किसी भी बैच में ट्रेनिंग ले सकते हैं।
इसीलिए जरूरी है ट्रेनिंग
बच्चों को अक्सर प्रैक्टिकल या फॉमरूलों वाले सब्जेक्ट का सिलेबस कवर करने में दिक्कतें आती हैं। इसके लिए वे ट्यूशन भी रखते हैं। शिक्षकों को ट्रेनिंग के माध्यम से पढ़ाने के तरीके को आसान बनाया जा रहा है तो इसका आने वाले समय में बच्चों को जरूर लाभ मिलेगा। सर्व शिक्षा अभियान के तहत अभी स्कूलों में गणित और विज्ञान की किट भी भेजी जा रही है।
"शिक्षा विभाग जून की छुट्टियों में डाइट स्तर पर टीचर ट्रेनिंग कार्यक्रम आयोजित करेगा। शिक्षकों की सुविधा के लिए चार बैच बनाए गए हैं। टीचर किसी भी बैच में ट्रेनिंग ले सकते हैं।"-- बिजेंद्र नरवाल, जिला परियोजना संयोजक, सर्व शिक्षा अभियान
इसीलिए जरूरी है ट्रेनिंग
बच्चों को अक्सर प्रैक्टिकल या फॉमरूलों वाले सब्जेक्ट का सिलेबस कवर करने में दिक्कतें आती हैं। इसके लिए वे ट्यूशन भी रखते हैं। शिक्षकों को ट्रेनिंग के माध्यम से पढ़ाने के तरीके को आसान बनाया जा रहा है तो इसका आने वाले समय में बच्चों को जरूर लाभ मिलेगा। सर्व शिक्षा अभियान के तहत अभी स्कूलों में गणित और विज्ञान की किट भी भेजी जा रही है।
"शिक्षा विभाग जून की छुट्टियों में डाइट स्तर पर टीचर ट्रेनिंग कार्यक्रम आयोजित करेगा। शिक्षकों की सुविधा के लिए चार बैच बनाए गए हैं। टीचर किसी भी बैच में ट्रेनिंग ले सकते हैं।"-- बिजेंद्र नरवाल, जिला परियोजना संयोजक, सर्व शिक्षा अभियान
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