पूर्वी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात कार्यक्रम में ऐसे युवाओं का जिक्र किया, जिन्होंने भीख मांग रहे बच्चों में शिक्षा की अलख जगाई। ऐसे बच्चों को साक्षर बनाने के लिए एक युवा ने अपनी नौकरी तक छोड़ दी, जिसकी प्रधानमंत्री ने खुले मन से तारीफ की। यह संस्था है सेव चाइल्ड बेगर और इसके बैनर तले कई युवा आज बच्चों को शिक्षित कर रहे हैं।
दरअसल, वर्ष 2015 में दिल्ली विश्वद्यालय में पढ़ने वाले कुछ
विद्यार्थियों ने नि:शुल्क शिक्षा देने के सफर की शुरुआत गीता कॉलोनी की
झुग्गियों में रहने वाले 15 बच्चों से की थी। आज वही युवा दिल्ली में
अलग-अलग 12 जगहों पर दो हजार से अधिक बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा दे रहे
हैं। अब तक प्राथमिक शिक्षा देकर करीब 200 बच्चों को स्कूल में दाखिला करा
चुके हैं। प्रधानमंत्री ने मन की बात में 15 बच्चों के साथ गीता कॉलोनी से
सफर की शुरुआत का जिक्र करते हुए तारीफ की तो संस्था के सदस्य खुशी से गदगद
हो उठे।
सेव चाइल्ड बेगर नाम की संस्था के संस्थापक कुंदन कांसकर ने बताया कि वह जिस समय कॉलेज जाते थे तो कई बच्चे सड़कों पर भीख मांगते नजर आते थे। इस नजारे ने उन्हें झकझोर कर रख दिया। उन्होंने अपने दोस्तों के साथ मिलकर ऐसे बच्चों को शिक्षा देने की की ठानी और 2015 से वे नि:शुल्क शिक्षा दे रहे हैं। इस समय 250 युवा इस काम से जुड़े हैं। कुछ युवा दिन में दो घंटे तो कुछ सप्ताह में कुछ दिन बच्चों को पढ़ा रहे हैं। प्रधानमंत्री से तारीफ मिलने के बाद अब स्थानीय समाजसेवी एवं भाजपा नेता डॉ. वीके मोंगा ने भी हरसंभव मदद करने का आश्वासन दिया है।
सेव चाइल्ड बेगर नाम की संस्था के संस्थापक कुंदन कांसकर ने बताया कि वह जिस समय कॉलेज जाते थे तो कई बच्चे सड़कों पर भीख मांगते नजर आते थे। इस नजारे ने उन्हें झकझोर कर रख दिया। उन्होंने अपने दोस्तों के साथ मिलकर ऐसे बच्चों को शिक्षा देने की की ठानी और 2015 से वे नि:शुल्क शिक्षा दे रहे हैं। इस समय 250 युवा इस काम से जुड़े हैं। कुछ युवा दिन में दो घंटे तो कुछ सप्ताह में कुछ दिन बच्चों को पढ़ा रहे हैं। प्रधानमंत्री से तारीफ मिलने के बाद अब स्थानीय समाजसेवी एवं भाजपा नेता डॉ. वीके मोंगा ने भी हरसंभव मदद करने का आश्वासन दिया है।
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.