भिवानी : प्रदेश के सभी सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों को नौवीं से बारहवीं
कक्षा के छात्रों को सिर्फ हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की ओर से
प्रकाशित पुस्तकें ही पढ़ानी होंगी। बोर्ड प्रशासन यह सुनिश्चित करने जा
रहा है कि पूरे हरियाणा में बोर्ड द्वारा प्रकाशित पुस्तकें ही पढ़ाई जाएं।
इसके लिए सोमवार से छापामार अभियान शुरू करने जा रहा है। इस दौरान यदि कोई
स्कूल बोर्ड के निर्देशों का पालन नहीं करता मिला तो उसके खिलाफ कार्रवाई
भी की जाएगी। बता दें कि बोर्ड प्रशासन ने इस बार 22 नए टाइटल का प्रकाशन
कराया है। बोर्ड प्रशासन अभी तक करीब डेढ़ करोड़ रुपये की पुस्तकें प्रदेश
में वितरित कर चुका है। इस बार से सिलेबस में व्यापक बदलाव की तैयारियां चल
रही हैं। इस वजह से कम पुस्तकों का प्रकाशन कराया गया है।
खरीदने पर छूट
के साथ मिलेगा ट्रांसपोर्टेशन खर्च भी :
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड
प्रशासन ने सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों की सुविधा के लिए यह नई व्यवस्था
की है कि प्रदेश में वे कहीं से भी पुस्तकें खरीद सकते हैं। पुस्तक
विक्रेताओं की कमीशनखोरी से बचाने के लिए बोर्ड ने स्कूलों को भी 20 फीसद
छूट देने की व्यवस्था की है। साथ ही प्रति किलोमीटर कुछ फीसद
ट्रांसपोर्टेशन खर्च भी बोर्ड वहन करेगा।
यहां स्थित हैं बोर्ड के
क्षेत्रीय कार्यालय
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने भिवानी, फतेहाबाद,
फरीदाबाद, रोहतक व अंबाला में क्षेत्रीय कार्यालय स्थापित किए हुए हैं।
यहां भी पुस्तकें उपलब्ध करवाई हुई हैं।
"पूरे प्रदेश में बोर्ड चेयरमैन व
सचिव के उड़नदस्ते छापामार अभियान चलाएंगे। प्रदेश के सभी सरकारी व गैर
सरकारी स्कूलों में हरियाणा बोर्ड की पुस्तकें पढ़ानी जरूरी हैं। यदि कोई
निर्देशों की पालना नहीं करेगा, उनकी संबद्धता रद की जा सकती है।"-- डा.
जगबीर सिंह, चेयरमैन, हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड।
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