** सरकारी स्कूलों में स्वच्छता बरतने की पहल, खाने से पहले धुलवाने होंगे बच्चों के हाथ
सोनीपत : सरकारी स्कूलों में पहली से आठवीं के विद्यार्थियों को मिलने वाले मिड-डे मील के अलावा अब उनके बेहतर स्वास्थ्य की जिम्मेदारी भी मिड-डे मील इंचार्ज की ही होगी। बच्चों के सही स्वास्थ्य व स्वच्छता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अब स्कूल में मिलने वाले दोपहर के भोजन से पहले सभी बच्चों का साबुन से हाथ धोना अनिवार्य हो गया है। इसके लिए मौलिक शिक्षा निदेशालय द्वारा सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी कर स्कूलों में साबुन खरीदने की बात कही गई है। सभी स्कूलों में प्रति 20 विद्यार्थियों के लिए एक साबुन होना जरूरी है।
इसके लिए जिला स्तर पर मौलिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। इसके तहत प्रत्येक स्कूल में प्रधान या मुख्य अध्यापक द्वारा अपने स्तर पर ही साबुन खरीदने के निर्देश हैं। स्कूलों के लिए यह भी हिदायत दी गई है कि वह जरूरत से अधिक स्टाक नहीं रखेंगे और केवल महीने भर प्रयोग होने तक ही साबुन की खरीद करेंगे। प्रत्येक 20 बच्चों पर एक साबुन खरीदा जाएगा जिसकी कीमत अधिकतम 10 रुपये तक ही होगी। पहली से आठवीं तक के सभी स्कूलों को यह निर्देश दिए जा रहे हैं कि वह सभी बच्चों के लिए साबुन उपलब्ध कराएं और सुनिश्चित करें कि सभी बच्चे मिड-डे मील ग्रहण करने से अच्छी तरह हाथ धो रहे हैं कि नहीं। इसके लिए मिड-डे मील इंचार्ज की जिम्मेदारी तय की गई है।
"बेहतर स्वास्थ्य व स्वच्छता बरतने के उद्देश्य से पहली से आठवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए साबुन खरीदे जाएंगे। प्रत्येक 20 बच्चों पर एक साबुन होना जरूरी है। इसके लिए स्कूल मुखियाओं को सूचना दी जा रही है, कि वह साबुन खरीदें और सभी बच्चों के हाथ धुलवाने की जिम्मेदारी तय करें।"--दयानंद आंतिल, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी
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