** आरोपितों के ठिकानों से दो कंप्यूटर, 10 से ज्यादा हार्ड डिस्क और दस्तावेज बरामद
** 14 नौकरियां लगवा चुका जींद का सुरेश
** सुरेश को पांच जगहों पर लेकर गई पुलिस नौकरी लगे युवक भी रिमांड पर होंगे
** गांव कोथ कलां में छिपाकर रखे रुपयों की रिकवरी के लिए दी
पंचकूला : हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के भर्ती घोटाले में लगभग 20 लोग
हरियाणा पुलिस के निशाने पर हैं, जिन्होंने अपने बच्चों या रिश्तेदारों को
नौकरी लगवाने के लिए गिरफ्तार आरोपितों को मोटी रकम दी। इन लोगों की
गिरफ्तारी के लिए चार स्पेशल टीमों का गठन किया गया है, जिसमें सीआइए
स्टाफ, क्राइम ब्रांच सेक्टर-5 पुलिस, सीएम फ्लाइंग शामिल हैं।
रिमांड के दौरान
आरोपितों से पुलिस द्वारा नकदी की बरामदगी की कोशिश की जा रही है। सीएम
फ्लाइंग ने ही गिरोह के आठ सदस्यों को पकड़ा है। जो चार दिन के पुलिस
रिमांड पर है। क्राइम ब्रांच की टीमों को भी मामले में रेड करने के लिए
हिसार और फरीदाबाद भेजा गया है। आरोपितों के लोकल ठिकानों से भी दो
कंप्यूटर, 10 से ज्यादा हार्ड डिस्क और कुछ दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं।
इन टीमों को एसीपी क्राइम के ऑर्डर पर भेजा जा रहा है। कुछ आइओ को पूछताछ
करने के लिए पंचकूला में ही बैठाया गया है। घोटाले में पुनित इस केस की
सबसे अहम कड़ी है, क्योंकि उसके पास सारा डाटा होता था। वह आइटी विंग में
होने के चलते सारा डाटा देख लेता था। उनमें से एक पुनीत भी था। आरोपित
तबादलों का भी पैसा लेते थे, जिसके चलते इनके तार चंडीगढ़ सचिवालय से जुड़े
हुए थे।
14 नौकरियां लगवा चुका जींद का सुरेश
जींद : हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग में भर्ती घोटाले
में गिरफ्तार गए जिले के गांव उदयपुर के जूनियर लेक्चरर सुरेश कुमार को
पुलिस शनिवार को कई जगहों पर रिकवरी के लेकर गई। पुलिस ने कुछ रिकवरी भी की
है, लेकिन खुलासा नहीं कर रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार सुरेश ने जिन
युवकों से रुपये लेकर नौकरी पर लगवाया है, उन्हें भी रिमांड पर लिया जाएगा।
कोर्ट से चार दिन के रिमांड पर लिए गए सुरेश को पुलिस की टीम हिसार जिले
के गांव नहला, कोथ कलां और जींद जिले में जींद, उदयपुर और दुर्जनपुर लेकर
गई। सुरेश ने नहला गांव के एक युवक से एक्साइज एंड टैक्सेशन इंस्पेक्टर
लगवाने के लिए रुपये ले रखे थे और गांव कोथ कलां में रुपये छिपा रखे थे।
सुरेश के साथी कृष्ण खटकड़ का जींद में ठिकाना है। इसके अलावा सुरेश के
गांव उदयपुर और दूसरे साथी विजय पूनिया के गांव दुर्जनपुर में भी पुलिस की
टीम उसे लेकर गई। शनिवार तक हुई जांच में सुरेश ने 14 युवकों को नौकरियों
दिलवाने की बात कबूली है। सुरेश ने सबसे पहले दिनेश को पांच लाख रुपये देकर
अपने भाई पवन को पटवारी लगवाया। बड़नपुर स्कूल के ¨प्रसिपल रघुवीर सिंह ने
दिनेश को 5 लाख रुपये देकर अपने दामाद को क्लर्क लगवाया था।
हाल ही में
हुई क्लर्कों की भर्ती में भी उसने करीब 12 युवकों से पांच से सात लाख
रुपये लेकर नौकरी पर लगवाया था। सुरेश ने पहले दिनेश उर्फ बोबी के जरिए
नौकरियां लगवानी शुरू की। बाद में उसने सीधे एचएसएससी में ही सेटिंग कर ली
थी। दिनेश उर्फ बोबी का मेडिकल स्टोर सुरेश के घर के पास ही है।
विजय और
कृष्ण लाते थे ग्राहक1कृष्ण खटकड़ और विजय पूनिया वैकेंसी निकलने पर वह ऐसे
बेरोजगार युवकों को ढूंढ़ते थे, जो सरकारी नौकरी के लिए पैसे देने के लिए
तैयार थे। कृष्ण और विजय ही पैसों की डील फाइनल करते थे और रुपये लेकर
सुरेश को देते थे। सुरेश आगे दिनेश उर्फ बोबी के जरिए नौकरी लगवाता
था।
चेयरमैन भारती को तुरंत बर्खास्त करें मुख्यमंत्री: अरोड़ा
कुरुक्षेत्र : इनेलो के प्रदेशाध्यक्ष अशोक अरोड़ा ने कहा
कि मुख्यमंत्री मनोहरलाल को भर्ती के नाम पर पैसे लेने के मामले में तुरंत
प्रभाव से एचएसएचसी के चेयरमैन भारत भूषण भारती को पद से हटा देना चाहिए।
उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री भारती को बचाने में लगे हुए हैं।
अरोड़ा शनिवार को सन्निहित सरोवर पर पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने
कहा कि पिहोवा में नप का चेयरमैन बनाने में पैसे का लेनदेन होने के मामले
में भी भारती का नाम आया था।
घोटाले में सरकार पर्दा डालने का कर रही प्रयास : सुरजेवाला
नरवाना(जींद) : कांग्रेस के राष्ट्रीय
मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा नौकरियों में हुए घोटाले में
सरकार पर्दा डालने की कोशिश कर रही है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब 8 महीनों
से फोन रिकॉर्ड कर रही थी तो 10 भर्तियों की निकालने की लिस्ट क्यों दी
गई। उन्होंने आरोप लगाया कि गिरफ्तार कर्मचारियों को आउटसोर्सिंग पर
चेयरमैन ने ही लगवाया था। इनमें से एक भाजपा कार्यालय, दिल्ली में काम करता
था।
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