चंडीगढ़। हरियाणा में दसवीं के खराब परिणामों ने प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था की कलई खोल दी है। खराब परिणाम आने के बाद शिक्षा क्षेत्र में गिरती साख को बचाने और उसे कायम रखने के लिए प्रदेश की शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने स्वयं सभी जिलों के स्कूलों की शिक्षा प्रणाली और वहां की शिक्षा व्यवस्था की समीक्षा करेंगी।
खराब नतीजों वाले स्कूलों को कारण बताओ नोटिस भेजे जा रहे हैं। उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी। बढ़िया परीक्षा परिणाम वाले स्कूलों को प्रोत्साहित किया जाएगा।
अधिकारियों सहित शिक्षकों की होगी मानीटरिंग
शिक्षा मंत्री पांच-पांच जिलों के अधिकारियाें की बैठकें कर स्कूलों और उनके पढ़ाई के स्तर की समीक्षा करेंगी। अभी तक अधिकारी इस बावत अधिक गंभीर नहीं हैं। समीक्षा के दौरान अधिकारियाें की खामियों पर भी गौर किया जाएगा। अब तक ग्रेस मार्क लेकर बच्चे पास तो हो जाते थे पर उनमें प्रतियोगी परीक्षाओं के हिसाब से काबिलियत नहीं आती थी। इस बार के परीक्षा परिणाम में हमने प्रतियोगी परीक्षाओं के आधार पर बच्चों को पास नहीं किया है। जिसके कारण सही तस्वीर सामने आई है।
ताला डालने के बजाय पंचायत पहुंची मंत्री तक
जींद के एक गांव की पंचायत शिक्षा मंत्री के आवास पर मिलने पहुंची। पंचायत ने एक अधिकारी की पत्नी के स्कूल न आने की लिखित शिकायत दी है। पंचायत ने मंत्री से कहा है कि स्कूल पर ताला जड़ने से बेहतर हमने मंत्री से शिकायत करना उचित समझा। शिक्षा मंत्री ने मामले की जांच का आश्वासन दिया है।
•पांच चरणों में होगा इक्कीस जिलों का रिव्यू
इस माह हम सतत एवं व्यापक मूल्यांकन (सीसीई) की ड्राफ्ट रिपोर्ट एमएचआरडी को सौंप देंगे। स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति भी आवश्यक होगी। शिक्षकों के ट्रेनिंग माडयूल में सीसीई शामिल करने के बाद हम प्रिंसिपल और हेडमास्टर को भी इसके तहत लाएंगे।-गीता भुक्कल, शिक्षा मंत्री, हरियाणा ..AU
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