** डीसी के आदेश पर हुई कार्रवाई पिछले काफी समय से निलंबित
भिवानी : फर्जी कंप्यूटर डिप्लोमा के आधार पर सरकारी विद्यालय में कंप्यूटर टीचर लगवाने की एवज में 30 हजार रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में राज्य सतर्कता ब्यूरो ने शिक्षा विभाग के एक नटवरलाल के धर दबोच लिया है। विजिलेंस द्वारा पकड़ा गया आरोपी सरकारी विद्यालय में संस्कृत अध्यापक के पद पर कार्यरत हैं, पिछले काफी अर्से से विभाग द्वारा निलंबित किया हुआ है।
भिवानी निवासी मनेंद्र सिंह जिला प्रशासन को शिकायत दी। इस शिकायत पर डीसी ने तहसीलदार संजय बिश्नोई को डय़ूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त करते हुए हिसार विजिलेंस के डीएसपी फूल सिंह के नेतृत्व में गठित टीम ने शहर के इंद्रा कालोनी स्थित ग्लोबल इंस्टीट्यूट में छापा मारा। शिकायतकर्ता मनेंद्र सिंह ने जैसे ही एक-एक हजार के तीस नोट आरोपी भगत सिंह के हाथ में थमाए तो विजिलेंस ने उसे रंगे हाथ धर दबोच लिया। आरोपी के हाथ जब धुलवाएं गए तो केमिकल लगे नोटों की वजह से हाथ लाल हो गए। हिसार विजिलेंस के डीएसपी फूल सिंह ने बताया कि मनेंद्र सिंह की शिकायत जिला उपायुक्त के माध्यम से विजिलेंस के पास आई थी।
इस शिकायत पर तत्परता से कार्रवाई करते हुए टीम ने आरोपी को तीस हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है। डीएसपी फूल सिंह ने बताया कि शिकायतकर्ता मनेंद्र सिंह की पत्नी विजय लक्ष्मी को ग्लोबल इंस्टीट्यूट के माध्यम से फर्जी कम्प्यूटर डिप्लोमा दिलाकर उसे सरकारी विद्यालय में कम्प्यूटर टीचर लगाने की एवज में तीस हजार रुपये की मांग की थी। उन्होंने बताया कि आरोपी गांव हेतमपुरा के सरकारी स्कूल में संस्कृत अध्यापक लगा हुआ है। विभाग द्वारा उसे एक धोखाधड़ी के मामले में संलिप्त होने की वजह से निलंबित कर दिया है। आरोपी पर सिविल लाइन पुलिस थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा पहले भी दर्ज है। dj
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.