बौंद कलां : गवर्नमेंट कॉलेज की प्रिंसिपल का महीने में तीन बार ट्रांसफर किया जा चुका है। इससे कॉलेज के कार्य पर भी प्रभाव पड़ रहा है। 31 मार्च 2013 में प्रिंसिपल एससी साहनी के सेवानिवृत्त होने के बाद हरियाणा उच्चतर शिक्षा निदेशालय पंचकूला ने बिमला धनखड़ को मई में प्रिंसिपल के पद पर बौंदकलां गवर्नमेंट कॉलेज में भेजा था। जिस समय उनको यहां पर भेजा था, उस समय परीक्षाएं चल रही थी। उसके बाद दो माह का अवकाश घोषित हो गया। एडमिशन प्रक्रिया के बाद एक अगस्त से ही कॉलेज में कक्षाएं आरंभ हुई थी।
उसके बाद सितंबर माह के अंतिम सप्ताह में प्राचार्या का तबादला राजकीय महिला महाविद्यालय बवानीखेड़ा में कर दिया गया। वहां के प्राचार्य महेंद्र शर्मा ने बौंदकलां में 4 अक्टूबर को कार्यभार संभाला था। इसके बाद 21 नवंबर को प्राचार्य महेंद्र शर्मा का ट्रांसफर वापस बवानीखेड़ा कर दिया गया। उनके स्थान पर बवानीखेड़ा राजकीय महाविद्यालय की प्राचार्या बिमला धनखड़ को वापस बौंदकलां में भेजने के ऑर्डर जारी कर दिए गए। बिमला धनखड़ ने 29 नवंबर को ही बौंदकलां में पुन: अपना कार्यभार ग्रहण किया था। इसी दिन ही प्रिंसीपल सेक्रेटरी गवर्नमेंट हरियाणा एसएस प्रसाद ने बौंदकलां की प्राचार्या बिमला धनखड़ का तुरंत प्रभाव से ही तबादला राजकीय महाविद्यालय दूबलधन झज्जर में कर दिया।
आज ही मिले है ऑर्डर
कॉलेज प्रिंसिपल बिमला धनखड़ ने कहा कि वे फिलहाल अवकाश पर थी कल ही कार्यालय पहुंची है। दूबलधन कॉलेज में भेजे जाने के ट्रांसफर ऑर्डर बुधवार दोपहर साढ़े 12 बजे मिले है। विभाग के आदेशों के अनुसार ही चला जाएगा। विभाग ने ट्रांसफर की है तो ठीक ही की होगी।
सरकार के आदेश पर होती है ट्रांसफर: प्रसाद
प्रिंसिपल के ट्रांसफर के मामले में प्रिंसीपल सेक्रेटरी गवर्नमेंट हरियाणा उच्चतर शिक्षा विभाग एसएस प्रसाद ने बताया कि कोई भी ट्रांसफर सरकार के आदेश के बाद ही की जाती है। उन्होंने बताया कि 29 नवंबर को प्रिंसीपल बिमला धनखड़ को गवर्नमेंट कॉलेज बौंदकलां को राजकीय महाविद्यालय दूबलधन में ट्रांसफर किया गया है। db
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