चंडीगढ़ : हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की ओर से प्रदेश में ली जा रही एचटेट (हरियाणा अध्यापक पात्रता परीक्षा) अभ्यर्थियों के लिए सिरदर्द बन गई है। बोर्ड द्वारा तय की गई बेतुकी शर्तो के कारण विभिन्न संकाय के अभ्यर्थी खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। कला व संगीत संकाय की परीक्षा में बैठने वाले उम्मीदवारों के लिए बोर्ड ने जो शर्त रखी है, उसे चंद युवा ही पूरा कर पा रहे हैं। 1शर्त अनुसार ड्राइंग अध्यापक लेवल-2 के लिए बीएफए या बीए दो वर्षीय मौलिक शिक्षा के कोर्स के साथ और लेवल-3 के लिए एमए फाईन आर्ट बीएड के साथ शैक्षणिक योग्यता होनी चाहिए जबकि स्थिति ये है कि प्रदेश में दो वर्षीय मौलिक शिक्षा का कोर्स किसी भी संस्थान द्वारा नहीं कराया जाता। ड्राइंग अध्यापकों के लिए कई संस्थानों में दस जमा दो कक्षा के बाद दो वर्षीय कोर्स कराया जा रहा है, जिसे पात्रता परीक्षा के लिए वैध ही नहीं माना गया है। ऐसे में लगभग एक लाख डिप्लोमा धारक अध्यापक पात्रता परीक्षा के लिए फार्म नहीं भर सकेंगे। डिप्लोमाधारक शिक्षा मंत्री से तय शर्तो में संशोधन करने की गुहार लगा चुके हैं, लेकिन अभी तक कार्रवाई नहीं हुई है। बारहवीं के बाद आर्ट एंड क्राफ्ट का दो वर्षीय कोर्स करने वाले प्रदीप, सरोज, सुनीता का कहना है कि बोर्ड ने शर्तो में बदलाव नहीं किया तो वे कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। dj
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