फरीदाबाद : महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी (एमडीयू) के दावों की पोल शनिवार को एक बार फिर खुल गई। बीएससी बायोटेक समेत अन्य कोर्स की परीक्षा थी। तमाम दावों के बाद भी परीक्षा में अव्यवस्था जारी है। इसका खामियाजा छात्रों के साथ कॉलेज प्रबंधन को उठना पड़ रहा है। परीक्षा शुरू होने में करीब डेढ़ घंटे का समय लग गया। हाल ही में यूनिवर्सिटी की गलती की वजह से दूरस्थ माध्यम एमबीए थर्ड सेमेस्टर का पेपर रद्द कर दिया गया था। उसे फिर से 8 दिसबर को कराया जा रहा है।
सेमेस्टर परीक्षा के पहले दिन ही छात्रों को कई खामियों से रूबरू होना पड़ा। वहीं गलतियां दोहराई गईं, जो पहले से होती आ रही हैं। कई छात्रों को रोल नंबर के लिए इंतजार करना पड़ा। एडमिट कार्ड में भी गड़बड़ी थी। इसे लेकर कैंपस में अफरातफरी का माहौल था। पंडित नेहरू कॉलेज में छात्रों को अधिक परेशानी का सामना करना पड़ा।
एमडीयू की ओर से प्रथम पाली की परीक्षा में सुबह 9 बजे से बीएससी बायोटेक समेत अन्य कोर्स की परीक्षा थी। कमाल की बात यह थी कि छात्रों के लिए जारी ऑनलाइन शेड्यूल में इसका जिक्र था। वहीं कॉलेजों को भेजी गई शेड्यूल में इसका जिक्र नहीं था। नतीजतन, कॉलेजों ने छात्रों के लिए कोई बंदोबस्त नहीं किया। वहीं, कई छात्रों को एडमिट कार्ड नहीं मिलने से भी प्रवेश से वंचित कर दिया गया। फिर बाद में आवेदन लेकर छात्रों को परीक्षा में बैठने का मौका दिया गया। पहले परीक्षा नहीं देने की बात सुन छात्रों के होश उड़ गए। जब छात्रों ने आग्रह किया तो कॉलेज प्रशासन ने तहकीकात की तो यूनिवर्सिटी द्वारा जारी डेटशीट में वास्तव में बीएससी बायोटेक की परीक्षा थी। ऐसे में कॉलेजों में भागमभाग की स्थिति पैदा हो गई।
आनन-फानन में छात्रों के लिए नोडल सेंटर डीएवी शताब्दी कॉलेज से प्रश्न पत्र मंगवाया गया और करीब साढ़े दस बज से कॉलेजों में परीक्षा शुरू हो सकी। प्रिंसिपल डॉ. संतोष कुमारी ने बताया कि छात्रों को किसी तरह की परेशानी न हो। इसे ध्यान में रखकर कॉलेज ने सभी बंदोबस्त कराया गया। db
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