सिरसा : अक्सर देखने में आता है कि परीक्षा नजदीक होती है और कुछ विद्यार्थियों के पास रोल नंबर नहीं पहुंच पाते। ऐसे में वे परीक्षा से तो वंचित हो ही जाते हैं साथ ही उनका कीमती समय। भविष्य में विद्यार्थियों को परीक्षा के रोल नंबर लेने के लिए छात्र को विश्वविद्यालय के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
इसकी जानकारी विश्वविद्यालय द्वारा दी गई आईडी खोलते ही मिल जाएगी। फीस जमा कराने के लिए समय नहीं है तो घर बैठे ही छात्र अपनी आईडी खोलकर विश्वविद्यालय के खाते में फीस जमा करा सकेंगे। चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय अपने कैंपस के 2700 छात्रों का डाटा ऑनलाइन करने जा रहा है। प्रोजेक्ट की सफलता पर विश्वविद्यालय का कोई भी छात्र कहीं से भी ऑनलाइन फीस अदा कर सकेगा। छात्र के पास अपनी आईडी का पास वर्ड होगा। छात्र का रोल नंबर, रिजल्ट और डिटेल मार्कशीट भी आईडी अकाउंट पर ही आएगी।
वहीं किसी की शिकायत के लिए वाइस चांसलर के दरवाजे पर खड़ा नहीं होना पड़ेगा। विश्वविद्यालय की सभी सूचनाएं आईडी खोलते ही उपलब्ध हो जाएगी।
एक छात्र पर खर्च आएगा 100 रुपए
पांच महीने इस प्रोजेक्ट के लिए विश्वविद्यालय ने एक प्राइवेट कंपनी से भी संपर्क किया गया था। कंपनी ने हर छात्र के 500 रुपए का खर्च तय किया। अन्य खर्चों को मिलाकर प्रोजेक्ट पर 60 लाख रुपए की लागत आ रही थी। तत्पश्चात विश्वविद्यालय प्रशासन ने महाराष्ट्र नॉलेज कार्पोरेशन लिमिटेड से संपर्क किया। एमकेसीएल ने प्रत्येक छात्र का खर्च 100 रुपए तय करके इस प्रोजेक्ट को पूरा करने का जिम्मा लिया।
छात्रों को दिसंबर का रिजल्ट आईडी पर मिलेगा
विश्वविद्यालय द्वारा इस बार दिसंबर परीक्षाओं के मेन्युअली रिजल्ट के साथ साथ डमी रिजल्ट निकाला जाएगा। यह एक प्रकार से प्रोजेक्ट का ट्रायल होगा। मेन्युअली और डमी रिजल्ट के बाद इसका आपस में मिलान किया जाएगा। जो भी खामियां आएगी उनको दुरुस्त किया जाएगा। इसके बाद छात्रों को आन लाइन दाखिला, फीस व बाकी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। पहले चरण की सफलता के बाद दूसरे चरण में संबंधित कॉलेजों को इससे जोड़ा जाएगा। db
एक छात्र पर खर्च आएगा 100 रुपए
पांच महीने इस प्रोजेक्ट के लिए विश्वविद्यालय ने एक प्राइवेट कंपनी से भी संपर्क किया गया था। कंपनी ने हर छात्र के 500 रुपए का खर्च तय किया। अन्य खर्चों को मिलाकर प्रोजेक्ट पर 60 लाख रुपए की लागत आ रही थी। तत्पश्चात विश्वविद्यालय प्रशासन ने महाराष्ट्र नॉलेज कार्पोरेशन लिमिटेड से संपर्क किया। एमकेसीएल ने प्रत्येक छात्र का खर्च 100 रुपए तय करके इस प्रोजेक्ट को पूरा करने का जिम्मा लिया।
छात्रों को दिसंबर का रिजल्ट आईडी पर मिलेगा
विश्वविद्यालय द्वारा इस बार दिसंबर परीक्षाओं के मेन्युअली रिजल्ट के साथ साथ डमी रिजल्ट निकाला जाएगा। यह एक प्रकार से प्रोजेक्ट का ट्रायल होगा। मेन्युअली और डमी रिजल्ट के बाद इसका आपस में मिलान किया जाएगा। जो भी खामियां आएगी उनको दुरुस्त किया जाएगा। इसके बाद छात्रों को आन लाइन दाखिला, फीस व बाकी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। पहले चरण की सफलता के बाद दूसरे चरण में संबंधित कॉलेजों को इससे जोड़ा जाएगा। db
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