सिरसा : जनसंचार में एमफिल करने के इच्छुक छात्रों को तीन जनवरी को सुखद समाचार सुनने को मिल सकता है। चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग में जुलाई सत्र से एक वर्षीय रेगुलर एमफिल शुरू हो सकती है। विभाग ने अपनी ओर से तमाम औपचारिकताएं पूरी कर दी है। अब केवल इंतजार है तो वीसी की मुहर का। तीन जनवरी की एकेडमिक कांउसिल की मीटिंग में इस पर मुहर लगने के पूरे आसार है। तब सिरसा के साथ साथ प्रदेश में चौधरी देवी लाल तीसरा विश्वविद्यालय होगा, जिसमें जनसंचार विषय में एमफिल की डिग्री उपलब्ध होगी।
कुछ महीने पहले जनसंचार विभाग ने एमफिल की 20 सीटें के प्रस्ताव को स्टॉफ कांउसिल के पास भेजा। यहां से प्रस्ताव पास होकर पहले पोस्ट ग्रेजुएट बोर्ड ऑफ स्टडी और बाद में डीन फैकल्टी के पास भेजा गया । अब फाइल एकेडमिक काउंसिल की टेबल पर है।
क्या होगा फायदा
जब पोस्ट ग्रेजुएट छात्र यूजीसी नेट क्वालीफाई करने के बाद लेक्चरर की पोस्ट के लिए आवेदन करता है तो सिलेक्स होने पर उसे निर्धारित सामान्य वेतनमान ही मिलेगा। लेकिन यदि उसके पास पहले से ही एमफिल की डिग्री है तो उसे नौकरी की ज्वाइंनिंग के साथ ही दो इंक्रीमेंट का लाभ मिलेगा। यदि नौकरी के दौरान एमफिल करेगा तो एक इंक्रीमेंट का इजाफा होगा। दूसरा आवेदन के समय उम्मीदवारों की समान योग्यता होने पर एमफिल डिग्री धारक को वेटज मिलेगी। एमफिल डिग्री धारक छात्र को पीएचडी करने पर 6 महीने के प्री पीएचडी कोर्स से छूट मिल जाती है। साथ ही उसे एंट्रेस टेस्ट देने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
प्रदेश में दो विवि में है एमफिल कोर्स
प्रदेश में अभी तक दो विश्वविद्यालयों में जनसंचार में एमफिल कोर्स उपलब्ध है। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र में पांच सीटें, एमडीयू में 15 सीटें है। जबकि गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय में एमफिल नहीं है। वहीं पंजाब में केवल पंजाबी विश्वविद्यालय पटियाला में ही एमफिल करवाई जाती है। हालांकि चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय ने डिस्टेंस लर्निंग के माध्यम से 2007 में जनसंचार में एमफिल डिग्री शुरू की थी। उस समय प्रदेश के लगभग 300 छात्रों ने प्रवेश लिया था। किन्हीं कारणों से एक साल बाद ही इसे बंद कर दिया था।
विश्वविद्यालय में पहले से इन विषयों में एमफिल
एमए एजुकेशन, पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन, एमबीए, अंग्रेजी, साइंस, मैथ्स, फिजिक्स, कैमिस्ट्री, फूड साइंस, इंवायरनमेंट साइंस, बायोटैक, फिजिकल एजुकेशन और कॉमर्स विषय में एमफिल उपलब्ध है।
प्रस्ताव एकेडमिक काउंसिल के पास
"विभाग से प्रस्ताव पास होकर एकेडमी काउंसिल के पास भेजा जा चुका है। 3 जनवरी की एकेडमी काउंसिल ही इसे फाइनल एप्रूवल देगा। तभी नए सत्र से एमफिल शुरू की जा सकती है।"--वीरेंद्र चौहान, हैड ऑफ दी डिपार्टमेंट, जनसंचार विभाग। db
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